'दम घोंटने वाला मौत का जाल', 40 साल से दिल्ली में रह रहे विदेशी इतिहासकार ने प्रदूषण पर क्‍यों किया ये दावा

इतिसाहकार विलियम डेलरिम्पल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली का ये हाल पिछले 40 सालों में कभी नहीं देखा. कई जगहों पर AQI 500 के पार पहुंच गया है. इतिहासकार ने कहा कि हवा की गुणवत्ता इतनी खराब है कि धुंध की वजह से साफ-साफ देखना मुश्किल हो गया है. दोपहर 2 बजे भी रनवे के उस पार 100 मीटर तक देखना भी असंभव है.;

( Image Source:  @DalrympleWill, canava )

Delhi Air Pollution: दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही हैं. रोजाना आसमान में धुंध की चादर बिछी रहती है. दिल्ली वालों को घर में निकलने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. आंखों में जलन, सांस में तकलीफ होना जैसी अनेक समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं.

स्कॉटिश इतिसाहकार विलियम डेलरिम्पल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली का ये हाल पिछले 40 सालों में कभी नहीं देखा. कई जगहों पर AQI 500 के पार पहुंच गया है. राजधानी में स्थिति आने वाले दिनों में और बिगड़ने की आशंका है.

विलियम डेलरिम्पल ने किया पोस्ट

विलियम डेलरिम्पल ने एक्स पोस्ट में दिल्ली के पॉल्यूशन पर चिंता जाहिर की है. डेलरिम्पल ने लिखा कि "सबसे आकर्षक शहरों में से एक दिल्ली को "घुटन भरे मौत के जाल" में बदलते हुए देखकर दुख हो रहा है. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी की हवा की तुलना एक दिन में 40 सिगरेट पीने के बराबर की है. उन्होंने एक इन्फोग्राफिक शेयर किया और कैप्शन में लिखा, "अभी दिल्ली वापस आया हूं और देखा कि शहर प्रदूषण के एक पूरे आवरण में दफ़न हो चुका है.

साफ-साफ देखने में हो रही परेशान

इतिहासकार ने कहा कि हवा की गुणवत्ता इतनी खराब है कि धुंध की वजह से साफ-साफ देखना मुश्किल हो गया है. दोपहर 2 बजे भी रनवे के उस पार 100 मीटर तक देखना भी असंभव है. उन्होंने कहा, 'मैंने यहाँ रहने के चालीस सालों में ऐसा कुछ कभी नहीं देखा.' बता दें कि उनकी पोस्ट पर 361,000 से अधिक व्यूस आ चुके हैं. कुछ लोग उनकी टिप्पणी का समर्थन करते नजर आए. यूजर्स ने शहर की खराब हवा पर दुख जताया है.

क्या बोले यूजर्स?

विलियम डेलरिम्पल पोस्ट पर लोग रिएक्ट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'दिल्ली एक खूबसूरत शहर है, लेकिन वर्तमान प्रदूषण स्तर विनाशकारी है. 'ऐसे जीवंत शहर को हवा से घुटते हुए देखना दुखद है, दिल्ली एक ऐसा शहर जिसे मैं हमेशा घूमना पसंद करता हूं.' वहीं दूसरे ने लिखा, 'यह वास्तव में भयावह और बेहद दुखद है. मुझे आज अपने होटल से निकलने के लिए अपनी सांसों को नियंत्रित करना पड़ा.' तीसरे ने लिखा कि 'दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली को इससे गुजरना पड़ रहा है.'

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