DUSU Election 2025: मैदान में 21 उम्मीदवार, 2.75 लाख से ज्यादा वोटर करेंगे फैसला; किसके पास जाएगी अध्यक्ष की कुर्सी?
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 आज, 18 सितंबर को हो रहा है. 2.75 लाख से ज्यादा छात्र वोट डालेंगे. अध्यक्ष पद पर ABVP के आर्यन मान, NSUI की जोसलिन नंदिता और लेफ्ट समर्थित अंजलि के बीच सीधी टक्कर है. नतीजे 19 सितंबर को घोषित किए जाएंगे.;
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) का चुनाव देश की छात्र राजनीति का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक पर्व माना जाता है. यह सिर्फ वोटिंग का दिन नहीं, बल्कि भविष्य की सियासत की झलक है. आज यानी 18 सितंबर को डीयू कैंपस में एक बार फिर यही नज़ारा दिखेगा, जब 2.75 लाख से अधिक छात्र अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर तय करेंगे कि डूसू की सत्ता पर कौन काबिज होगा. इस चुनाव के नतीजे न केवल विश्वविद्यालय की दिशा तय करते हैं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी इसका असर साफ देखा जाता है.
आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, मतदान दो शिफ्टों में होगा. सुबह की कक्षाओं के लिए मतदान का समय 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है, जबकि शाम की कक्षाओं के छात्र 3 बजे से 7:30 बजे तक वोट डाल सकेंगे. नतीजों की गिनती 19 सितंबर को होगी और उसी दिन यह साफ हो जाएगा कि डूसू के चार प्रमुख पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पर किसका कब्जा होगा.
इन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
अध्यक्ष पद के लिए तीन चेहरे सबसे आगे हैं एनएसयूआई समर्थित जोसलिन नंदिता चौधरी, एसएफआई-आइसा गठबंधन की अंजलि और एबीवीपी के उम्मीदवार आर्यन मान. वहीं अन्य पदों पर भी ABVP और NSUI ने अपने-अपने पैनल के उम्मीदवार उतारे हैं. आइसा, एसएफआई और छोटे छात्र संगठन भी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य टक्कर परंपरागत रूप से एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच ही मानी जा रही है.
हाई कोर्ट की सख्ती का असर
दिल्ली हाई कोर्ट की सख्ती इस बार के चुनावी माहौल में साफ झलक रही है. पिछले वर्ष अदालत ने कैंपस में पोस्टर और पर्चों से होने वाली गंदगी पर कड़ी फटकार लगाई थी. इसी वजह से इस बार नॉर्थ कैंपस अपेक्षाकृत साफ-सुथरा दिखाई दे रहा है. पोस्टरबाजी और दीवारों पर नारे लिखने की परंपरा लगभग गायब हो गई है, जिससे चुनावी माहौल अनुशासित और व्यवस्थित प्रतीत हो रहा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
मतदान को शांतिपूर्ण बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई है. नॉर्थ कैंपस और साउथ कैंपस में कुल 600 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. इनमें से 160 पुलिसकर्मी बॉडी-वॉर्न कैमरों से लैस होंगे. सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी भी की जाएगी. चुनाव समिति के मुख्य रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि कुल 52 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, ताकि छात्रों को सुविधा मिल सके.
ईवीएम से मतदान और नतीजे
इस बार डूसू चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि कॉलेज काउंसलर के लिए बैलेट पेपर से वोटिंग होगी. करीब 2.75 लाख छात्र मताधिकार का प्रयोग करेंगे और 19 सितंबर की शाम तक यह साफ हो जाएगा कि दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति पर कौन सा संगठन हावी होगा.