दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा, अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर का हुआ इस्तेमाल
दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए कार ब्लास्ट की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. फॉरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, धमाके में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था. इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हुई और कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए. दिल्ली पुलिस ने UAPA और Explosives Act के तहत FIR दर्ज की है. घटना के बाद पूरी राजधानी को हाई अलर्ट पर रखा गया है.;
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला के पास सोमवार शाम हुए कार ब्लास्ट की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार प्रारंभिक जांच में धमाके में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और एक्सप्लोसिव डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, फॉरेंसिक लैब की अंतिम रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.
सोमवार शाम करीब 7 बजे, सब्ज़ी मंडी क्षेत्र के सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल के पास खड़ी एक हुंडई i20 कार में ज़बरदस्त धमाका हुआ. इस धमाके में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और आसपास खड़ी कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं. मौके पर मौजूद राहगीर और स्थानीय लोग दहशत में आ गए.
UAPA और Explosives Act के तहत केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) और Explosives Act के तहत FIR दर्ज की है. केस कोतवाली थाने में दर्ज किया गया है, जिसमें UAPA की धारा 16 और 18 (आतंकी गतिविधियों की सज़ा और साज़िश) के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं भी लगाई गई हैं. दिल्ली के कई इलाकों में पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की एक साथ छापेमारी चल रही है. पूरे शहर को हाई अलर्ट पर रखा गया है, जबकि हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है.
गृह मंत्री अमित शाह का बयान
धमाके के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “सोमवार शाम करीब 7 बजे दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक हुंडई i20 कार में विस्फोट हुआ. इससे कुछ पैदल यात्री घायल हुए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार कुछ लोगों की मौत हुई है.” उन्होंने बताया कि धमाके की सूचना मिलते ही 10 मिनट के भीतर दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल ब्रांच की टीमें मौके पर पहुंच गईं. “मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों से बात की है. सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है. किसी भी पहलू को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा और परिणाम जल्द सार्वजनिक किए जाएंगे.”
राजधानी में बढ़ी सुरक्षा
धमाके के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने आतंकी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया है. पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दी गई है, और संदिग्ध वाहनों व व्यक्तियों की तलाशी की जा रही है. फिलहाल, जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि धमाके में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक सामग्री कहां से आई और इसके पीछे कौन संगठन या नेटवर्क सक्रिय हो सकता है.
जांच एजेंसियों की प्राथमिक दिशा
FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम ने घटनास्थल से धातु के टुकड़े और रासायनिक अवशेष जब्त किए हैं. सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला है कि कार कुछ देर तक सड़क किनारे खड़ी थी, जिसके बाद अचानक विस्फोट हुआ. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) भी अब जांच में शामिल हो सकती है. धमाके की तीव्रता को देखते हुए इसे उच्च स्तरीय आतंकी जांच का मामला माना जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि “यह घटना महज़ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि योजनाबद्ध धमाका प्रतीत होता है.” फॉरेंसिक रिपोर्ट और जांच एजेंसियों की संयुक्त रिपोर्ट के बाद ही इस ब्लास्ट की असली सच्चाई सामने आ पाएगी.