INSIDE STORY: मतलब यह ‘फिदायीन’ हमला है, विस्फोट में उड़ी कार के ड्राइवर की पहचान की कोशिशें तेज, मजिस्द की पार्किंग से कार का लिंक!
दिल्ली के लाल किला के सामने सोमवार शाम (10 नवंबर 2025) हुए कार बम धमाके को लेकर एनआईए, स्पेशल सेल और एनएसजी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. शुरुआती जांच में यह घटना फिदायीन आतंकी हमले के रूप में सामने आई है. आई20 कार में विस्फोटक भरकर धमाका करने वाला संदिग्ध शख्स कथित तौर पर डॉ. मोहम्मद उमर बताया जा रहा है, जो धमाके में खुद भी मारा गया. जांच एजेंसियों को सीसीटीवी फुटेज, कार की चेन-ऑफ-ओनरशिप और फॉरेंसिक एविडेंस से इस आतंकवादी मॉड्यूल की जड़ों तक पहुंचने के अहम सुराग मिल चुके हैं.
सोमवार शाम (10 नवंबर 2025) को लाल किला के सामने रेड लाइट पर हुए कार बम धमाके की घटना फिदायीन आतंकवादी घटना थी. इसके पुख्ता सबूत जांच एजेंसियों को मिलने लगे हैं. फिलहाल जिस संदिग्ध आई20 कार के भीतर भरी सामग्री से कार बम धमाके को अंजाम दिया गया. उस कार के परखच्चे उड़ने के साथ ही कार में मौजूद संदिग्ध के भी चीथड़े उड़ गए. हालांकि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, एनआईए और एनएसजी अब कार की ड्राइविंग सीट पर सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे संदिग्ध की लाश की साइंटिफिकल और फॉरेंसिक जांच के जरिए, उसकी पहचान करने की जद्दोजहद से जूझ रही हैं.
जांच में जुटी टीमों के अधिकारियों से बातचीत में स्टेट मिरर हिंदी को मंगलवार तड़के तक यह साफ हो गया कि घटना आतंकवादी ही है. साथ ही जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों को मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज में पड़ताल को पुख्ता रास्ते पर आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं. जहां तक सवाल घटना में इस्तेमाल हुंईड आई20 कार का है तो यह कार सबसे पहले मोहम्मद सलमान ने खरीदी थी. बाद में उसने कार को नदीम के हाथों बेच दिया. फिर यह कार फरादीबाद के एक यूज्ड कार दलाल के जरिए तारिक के हाथों में और तारिक से उमर के पास पहुंच गई.
ड्राइविंग सीट पर बैठा था डॉ. उमर
एनआईए के एक उच्च पदस्थ सूत्र की मानें तो, “जिस उमर ने फरीदाबाद के कार डीलर से कार खरीदी, वही उमर बम धमाके को अंजाम देने वाली कार की ड्राइविंग सीट पर सीसीटीवी में बैठा नजर आ रहा है. हम जिस डॉ. मोहम्मद उमर की तलाश में हैं, ब्लास्ट करने वाली कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा दिखाई दे रहा और फिर ब्लास्ट में खुद भी मारा जा चुका, दोनो एक ही शख्स हैं तो हमें जांच को तेजी से आगे बढ़ाने और इस आतंकवादी मोड्यूल की जड़ों तक पहुंचने में बहुत आसानी हो जाएगी. हालांकि उमर की पहचान पुष्ट करने के लिए हम कुछ फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स और साइंटिफिकल फार्मूलों की भी मदद ले रहे हैं. क्योंकि बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने वाली कार के चालक की पहचान हो जाए, यह वही डॉ. मोहम्मद उमर निकले जिसका हम लोगों को संदेह है. तब उससे संबंधित तमाम सबूत और जानकारियां हमारे पास पहले से भी मौजूद हैं.”
‘बम विस्फोट को अंजाम देने वाली आई20 कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा और सीसीटीवी में दिखाई दे रहा संदिग्ध डॉ. उमर हो सकता है. इसका कैसे संदेह हुआ?’ स्टेट मिरर हिंदी के सवाल के जवाब में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने इशारा किया, “धमाके को अंजाम देने वाली संदिग्ध कार की ड्राइविंग सीट पर बैठे शख्स ने अपने फेस को काले कलर के पकड़े या मास्क से ढका हुआ है. सीसीटीवी में बाकी आसपास क्षतिग्रस्त होने वाली किसी भी कार के ड्राइवर के मुंह पर कपड़ा लिपटा दिखाई नहीं दे रहा है. इससे संदेह और ज्यादा बढ़ जाता है.”
मस्जिद की पार्किंग में खड़ी थी कार
खबरों के मुताबिक जिस आई20 कार में सबसे पहले विस्फोट होने की बात सीसीटीवी फुटेज से मालूम चली है. सीसीटीवी फुटेज के ही मुताबिक वही कार चांदनी चौक में स्थित एक मस्जिद की पार्किंग में दोपहर बाद से तब तक खड़ी रही जब तक कि उसे, उसका चालक शाम करीब साढ़े छह बजे पाक्रिंग से लेने नहीं आ गया. जैसे ही कुछ घंटों के बाद चालक ने कार को पार्किंग से निकाला और वह धीरे धीरे चांदनी चौक-लाल किला की लाल बत्ती की ओर लेकर पहुंचा, लाल किला की बत्ती पर पहुंचते ही उसमें जबरदस्त धमाका हो गया. कई और वाहन चपेट में आ गये.





