FBI की वांटेड लिस्ट में विकास यादव का नाम, दिल्ली पुलिस ने नवंबर में किया था गिरफ्तार; इस आरोप में हुई थी कार्रवाई
FBI ने पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव का नाम वांटेड लिस्ट में शामिल किया है. यादव पर खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. वहीं एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने पिछले साल नवंबर में विकास यादव को मनी लॉन्ड्रिंग और जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार किया था.;
फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन ने भारत के पूर्व अधिकारी विकास यादव का नाम वांटेड पोस्टर में प्रकाशित किया है.आरोप है कि अमेरिका में खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश को निर्देश करने में भारत के पूर्व अधिकारी की अहम भूमिका है. वहीं गुरुवार को मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका विभाग द्वारा जारी की गई लिस्ट में शामिल पूर्व अधिकारी अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.
द इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस की एक स्पेशल टीम विकास यादव को जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया था. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका न्याय विभाग की ओर से जारी डॉक्यूमेंट्स में विकास यादव का नाम CC-1 सह-साजिशकर्ता के नाम में सामने आया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह जानकारी भी सामने आई थी कि विकास यादव को इसी साल अप्रेल में रिहा भी कर दिया गया था.
मनी लॉन्ड्रिंग और हत्या का लगा आरोप
वहीं शुक्रवार को FBI की ओर से विकास यादव के खिलाफ गुरपतवंत सिंह की हत्या की साजिश के आरोप में और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में वांटेड लिस्ट में नाम प्रकाशित किया गया. वहीं FBI की ओर से कहा गया कि 9 वर्षीय विकास यादव को कैबिनेट सचिवालय द्वारा नियुक्त किया गया था, जिसमें भारत की विदेशी खुफिया सेवा, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) शामिल है. हालांकि इन हत्या आरोपों पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जिसके बाद उनका कहना है कि अमेरिका में किसी भी ऐसी साजिश में शामिल होन से इंकार किया है. वहीं इन आरोप के बाद जांच समिति का भी गठन किया गया. जिसके बाद अमेरिका ने भारत की ओर से मिल रहे इस सहयोग पर संतोष जताया है.
लॉरेंस गैंग से क्या है ताल्लुक?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रोहिणी निवासी द्वारा शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद विकास यादव के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी और स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था. विकास यादव पर जबरन वसूली, अपहरण जैसे आरोप लगाए गए है. साथ ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ संबंध होने के भी आरोप लगाए गए हैं. कंप्लेट दर्ज करने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि वह पहले IT कंपनी चलाता था. जिसकी मदद से उसने कई भारतियों के साथ कनेक्शन बनाए.
वहीं जिस व्यक्ति ने कहा कि मेरे एक दोस्त ने विकास यादव से मिलवााया था. उस समय दोनों ने एक दूसरे से नंबर शेयर किए. व्यक्ति ने बताय कि इसके बाद हम अच्छे दोस्त बने थे. उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारी होने के कारण उन्होंने कभी भी बिजनेस के संबंध में कोई बात नहीं की.