28 लाख का टीवी, 3 लाख का फ्रिज... केजरीवाल के शीशमहल में क्या-क्या?
28 लाख की टीवी, नौकरों के लिए 7 क्वार्टर्स... दिल्ली सीएम के आधिकारिक आवास 'शीशमहल' के नवीनीकरण पर 33 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए हैं. ये बात हम नहीं, कैग की रिपोर्ट कह रही है. रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले शीशमहल पर करीब 8 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था. बीजेपी-कांग्रेस ने कैग की रिपोर्ट आने के बाद AAP पर हमला बोला है.;
Sheesh Mahal: दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास 'शीश महल' पर कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (कैग) की रिपोर्ट आने के बाद राजनीति तेज हो गई है. कैग की रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि शीश महल के नवीनीकरण यानी रेनोवेशन पर 33 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए, जबकि शुरुआती अनुमान करीब आठ करोड़ रुपये (7.9 करोड़) था. इसे लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमला बोला है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बेशर्मी से अपने लिए निर्माणाधीन बंगले को आपात कालीन आवश्यकता घोषित करवाया. उसके बाद सभी नियमों की अवहेलना करते हुए इसका लागत मूल्य सीएम और अधिकारियों ने खुद से 7.91 करोड़ से बढ़ा कर पहले 8.62 करोड़ किया फिर 342 प्रतिशत की वृद्धि करते करते 33.66 करोड़ की लागत के कागज सी.ए.जी. के समक्ष रखे. कांग्रेस ने भी केजरीवाल पर जनता के पैसों से शीशमहल बनाने का आरोप लगाया है.
2020 में शुरू हुआ शीश महल का रेनोवेशन
शीशमहल का रेनोवेशन 2020 में शुरू हुआ. कैग की रिपोर्ट में सीएम आवास के लिए खरीदे गए उपकरणों और सुविधाओं की लिस्ट भी दी गई है. इसके मुताबिक, 28.9 लाख रुपये में 88 इंच का ओएलईडी टीवी (8K LG), 43.9 लाख रुपये में 10 अन्य ओएलईडी टीवी (4K SONY), 3.2 लाख रुपये में सैमसंग 'फ्लेक्स फैमिली हब फ्रेंच मल्टी-डोर' फ्रीज, 1.8 लाख रुपये में माइक्रोवेव ओवन, 6.5 लाख रुपये में दो स्टीम ओवन, 1.9 लाख रुपये में फ्रंट-लोडिंग ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन और 13 लाख रुपये में 10 बेड और सोफा आदि खरीदे गए थे.
कैग की रिपोर्ट में मार्च 2022 तक की अवधि के लिए दिल्ली के सीएम के आवास में 'अतिरिक्त निर्माण/परिवर्तन' को शामिल किया गया है. दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बताया कि बंगले पर काम कम से कम 2023 के मध्य तक जारी रहा, जो बताता है कि विवादास्पद परियोजना पर होने वाली कुल लागत कैग द्वारा जांचे गए खर्च से काफी अधिक हो सकती है.
दिल्ली चुनाव में बड़ा मुद्दा बना शीशमहल
शीशमहल में अरविंद केजरीवाल पिछले साल सितंबर तक रहे. शीशमहल इस बार दिल्ली चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन गया है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ने कोविड महामारी के दौरान शीश महल पर जनता का पैसा खर्च करने के लिए केजरीवाल पर लगातार हमला बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी दो रैलियों में इस मुद्दे को उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कोविड महामारी के दौरान शीश महल बनवाया.
शीशमहल में क्या-क्या है?
शीशमहल 7 फ्लैगस्टाफ रोड पर स्थित है. यह 21 हजार वर्ग फुट पर बना हुआ है. इस तीन मंजिला भवन में 8 बेडरूम, 3 मीटिंग रूम, 2 ड्राइंग रूम, 2 रसोई, 12 टॉयलेट और एक डाइनिंग हॉल है. इसके साथ ही, 24 सोफा सेट, 76 टेबल, 45 कुर्सियां, 8 बेड और 5 रिक्लाइनर सोफा (हर सोफा की कीमत 80 हजार 955 रुपये) हैं. इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग की तरफ से 11 अक्तूबर 2024 तक तैयार की गई लिस्ट में किचन, टॉयलेट, वाशिंग एरिया, जिम और अन्य सुविधाओं जैसे क्षेत्रों में 75 बोस सीलिंग स्पीकर और 50 इनडोर एसी लगाए जाने को दिखाया गया है.
कैग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दस्तावेजों के अभाव में शीशमहल पर खर्च की प्रमाणिकता का पता नहीं लगा सका. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीडब्ल्यूडी ने बंगले के रेनोवेशन के लिए व्यावहारिक स्टडी नहीं किया. रिकॉर्ड न होने का मामला कई बार कार्यकारी अभियंता के समक्ष उठाया गया. कई बार याद दिलाने के बावजूद पूरे रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराए गए.