ना कोचिंग ना एग्जाम की ट्रेनिंग! सेल्फ स्टडी से अनुष्का आनंद कुलकर्णी को NEET में मिले 705/720, जोश से भर देगी यह स्टोरी

Anushka Anand Kulkarni: पणजी की रहने वाली अनुष्का आनंद कुलकर्णी ने साल 2023 की नीट परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 24 हासिल की. उन्होंने अपनी तैयारी को अपने शेड्यूल और स्ट्रेंथ के हिसाब से प्लान किया. 9वीं और 10वीं से ही उन्होंने बेसिक साइंस कॉन्सेप्ट्स पर पकड़ बनाना शुरू कर दिया था, जिससे NEET की एडवांस तैयारी उनके लिए आसान हो गई.;

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Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 1 Dec 2025 5:02 PM IST

Anushka Anand Kulkarni: कहते हैं अगर मेहनत और लगन सच्ची हो तो सफलता एक दिन जरूर मिलती है. बच्चे दिन-रात एक करके पढ़ते हैं, उनका लक्ष्य सब एक ही होता है कुछ ऐसा कर जाना, जिससे परिवार की नहीं पूरे देश का नाम रौशन हो जाए. ऐसा ही कमाल गोवा की राजधानी पणजी की रहने वाली अनुष्का आनंद कुलकर्णी ने कर दिखाया है.

अनुष्का आनंद ने बिना किसी ट्यूशन के सेल्फ स्टडी से नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) पास किया. उन्होंने परीक्षा में पास होने के लिए स्मार्ट स्ट्रैटेजी बनाई और 720 में से 705 मार्क्स हासिल किए. अनुष्का ने ऑल इंडिया रैंक 24 हासिल की. अब वह AIIMS दिल्ली की स्टूडेंट हैं.

स्ट्रैटेजी ने कर दिखाया कमाल

NEET UG परीक्षा पास करने के लिए माता-पिता अपने बच्चों को एक से बढ़कर एक कोचिंग में एडमिशन दिलवाते हैं. लाखों की फीस और घंटों की पढ़ाई के बाद भी कुछ बच्चे परीक्षा पास नहीं कर पाते. वहीं अनुष्का की कहानी बाकियों से बहुत अलग है. देश भर से हर साल MBBS सीटों के लिए लाखों बच्चे कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेते हैं. अनुष्का ने सेल्फ स्टडी से NEET 2023 में सफलता हासिल की.

परिवार का फुल सपोर्ट

अनुष्का के परिवार ने उसका बहुत सपोर्ट किया. उन्होंने अपनी तैयारी को अपने शेड्यूल और स्ट्रेंथ के हिसाब से प्लान किया. 9वीं और 10वीं से ही उन्होंने बेसिक साइंस कॉन्सेप्ट्स पर पकड़ बनाना शुरू कर दिया था, जिससे NEET की एडवांस तैयारी उनके लिए आसान हो गई. कोरोना आने के बाद सारी पढ़ाई ऑनलाइन हो गई. तब भी वह पढ़ती रही और अपनी सपनों की ओर हर रोज एक कदम बढ़ाती रहीं.

दिन में इतने घंटे की पढ़ाई

अनुष्का दिन में सिर्फ 2 से 4 घंटे की पढ़ाई करती थीं, लेकिन छुट्टियों में इसे बढ़ा देती थीं. उनके लिए क्वालिटी पढ़ाई मायने रखती थी न कि घंटों बैठना. उन्होंने मॉक टेस्ट, रिवीजन टेक्निक्स और टाइम मैनेजमेंट को अपनी स्ट्रैटेजी का हिस्सा बनाया. अनुष्का अपने टीचर्स और मेंटर्स को खासतौर पर क्रेडिट देती हैं, जिनकी गाइडेंस ने उन्हें मुश्किल समय में भी रास्ता दिखाया. उनकी सफलता इस बात का सबूत है कि सही प्लानिंग, समय का सदुपयोग और परिवार का सपोर्ट किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है.

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