कौन हैं DSP कल्पना वर्मा? प्यार के जाल में कारोबारी को फंसाया, ढाई करोड़ से ज्यादा ऐंठने का लगा आरोप

रायपुर में महिला DSP कल्पना वर्मा पर रिश्वत मांगने, ब्लैकमेल करने और आर्थिक धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. कारोबारी का आरोप है कि अधिकारी ने पहले उनसे नजदीकियां बढ़ाईं, फिर शादी का झांसा देकर उनसे करोड़ों रुपये और महंगी चीजें ले लीं. डीएसपी ने कहा आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और वह किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हैं..;

( Image Source:  X/@SachinGuptaUP )
Edited By :  विशाल पुंडीर
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रायपुर में पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक स्थानीय कारोबारी ने महिला DSP कल्पना वर्मा पर रिश्वत मांगने, ब्लैकमेल करने और आर्थिक धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. कारोबारी का आरोप है कि अधिकारी ने पहले उनसे नजदीकियां बढ़ाईं, फिर शादी का झांसा देकर उनसे करोड़ों रुपये और महंगी चीजें ले लीं.

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मामला सामने आने के बाद शहर में हलचल मच गई है. वहीं, DSP कल्पना वर्मा ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए जांच के लिए अपनी सहमति दी है. फिलहाल शिकायत के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

पहले प्यार का झांसा, फिर करोड़ों की मांग

पीड़ित कारोबारी दीपक टंडन के अनुसार, उनकी मुलाकात DSP कल्पना वर्मा से साल 2021 में हुई थी. उन्होंने दावा किया कि समय के साथ दोनों के बीच रिश्ते बढ़े और इसी दौरान अधिकारी ने लगातार पैसों की मांग शुरू की. दीपक टंडन का कहना है "धीरे-धीरे करके मैंने डीएसपी को दो करोड़ रुपये से ज्यादा दे दिए. वह लगातार नई-नई मांगें करती रहीं."

कारोबारी ने आरोप लगाया कि उन्होंने DSP को12 लाख रुपये की हीरे की अंगूठी, 5 लाख रुपये की सोने की चेन और टॉप्स, 1 लाख रुपये का ब्रेसलेट और एक इनोवा क्रिस्टा कार भी दी. इसके अलावा, कारोबारी का दावा है कि उनके रायपुर स्थित VIP रोड वाले होटल को भी DSP ने अपने भाई के नाम करवाया और बाद में 30 लाख रुपये खर्च कर उसे अपने नाम करवा लिया.

कौन हैं डीएसपी कल्पना वर्मा?

कल्पना वर्मा साल 2016–17 बैच की अधिकारी हैं. पहले वे रायपुर में CSP/Maana थाना या ATS से जुड़ी रही थीं. लेकिन अब वे छत्तीसगढ़ में डीएसपी हैं. ये मामला सामने आने के बाद अब उनकी काफी चर्चा हो रही है.

DSP ने फर्जी केस में फंसाने की दी धमकी

दीपक टंडन ने बताया कि जब उन्होंने विरोध करना शुरू किया, तो उनके ऊपर दबाव बनाया गया. कारोबारी के अनुसार "जब मैंने शिकायत वापस लेने से मना किया, तो उन्होंने धमकी दी कि मुझे फर्जी मामलों में फंसाकर जेल भेज देंगी." उन्होंने खम्हारडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस को व्हाट्सऐप चैट, CCTV फुटेज और अन्य दस्तावेज सबूत के रूप में सौंपने का दावा किया है.

DSP का बयान आया सामने

DSP कल्पना वर्मा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और वह किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने मामले को निराधार बताया है. पुलिस का कहना है कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और जांच प्रारंभ कर दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी.

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