नशे में चूर युवकों ने भगवान राम और हनुमान की मूर्तियों को मारा थप्पड़| Video Viral
कांकेर पुलिस ने हाल ही में नशेड़ियों के खिलाफ कई सख्त कार्रवाइयां की हैं, लेकिन इस घटना से यह साफ जाहिर होता है कि आरोपियों को पुलिस का डर बिल्कुल नहीं था. इस तरह की हरकतों ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.;
छत्तीसगढ़ के कांकेर ज़िले से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा कर दिया है. यहां भगवान राम की मूर्ति के साथ अभद्रता करने का मामला सामने आया है. यह घटना नाथिया नवागांव के पास स्थित ईशान वन क्षेत्र की बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि चार युवक नशे की हालत में हैं और भगवान राम व हनुमान की मूर्तियों के साथ अपमानजनक हरकतें कर रहे हैं. वे मूर्तियों पर थप्पड़ मारते और असम्मानजनक तरीके से व्यवहार करते नजर आते हैं.
इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों में भारी गुस्सा फैल गया. कई लोग सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हिंदू संगठनों ने भी इस घटना पर नाराजगी जताते हुए मोर्चा खोल दिया है और इसे धार्मिक भावनाओं पर गहरी चोट बताया है.
देवी-देवताओं की मूर्तियों से अभद्रता
जैसे ही यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया, कांकेर पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया. चारों आरोपियों की पहचान की गई और उन्हें कोंडागांव ज़िले से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस जांच में पता चला कि यह वीडियो 9 अगस्त को बनाया गया था, जब ये चारों युवक नशे में धुत होकर ईशान वन पहुंचे थे. वहां उन्होंने भगवान राम और हनुमान की मूर्तियों के साथ अभद्रता की और इस पूरी घटना का वीडियो खुद अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया.
आरोपियों को नहीं पुलिस का डर
हालांकि कांकेर पुलिस ने हाल ही में नशेड़ियों के खिलाफ कई सख्त कार्रवाइयां की हैं, लेकिन इस घटना से यह साफ जाहिर होता है कि आरोपियों को पुलिस का डर बिल्कुल नहीं था. इस तरह की हरकतों ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, बल्कि समाज में आस्था और विश्वास पर भी गहरी चोट की है. पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है और संभव है कि आने वाले दिनों में इस मामले में नए खुलासे हों. साथ ही, हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों की मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.