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छत्तीसगढ़ के दो लड़कों के खिलाफ रजत पाटीदार को क्यों बुलानी पड़ी पुलिस? विवाद में आया विराट कोहली और एबी डिविलियर्स का नाम

कुछ समय बाद, खुद रजत पाटीदार ने मनीष से संपर्क किया और नंबर वापस देने की गुज़ारिश की. उन्होंने समझाया कि यह नंबर उनके लिए कितना जरुरी है, क्योंकि इससे उनके कोच, टीम के साथी और अन्य निजी संपर्क जुड़े हुए हैं. लेकिन दोनों दोस्तों ने यह मानने से इनकार कर दिया.

छत्तीसगढ़ के दो लड़कों के खिलाफ रजत पाटीदार को क्यों बुलानी पड़ी पुलिस? विवाद में आया विराट कोहली और एबी डिविलियर्स का नाम
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( Image Source:  Instagram : rrjjtt_01 )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 10 Aug 2025 10:20 AM IST

यह कहानी सुनने में किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगती है, लेकिन यह असल ज़िंदगी में हुई घटना है. भारतीय क्रिकेटर और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के कप्तान रजत पाटीदार हाल ही में एक ऐसे अजीब मामले में फंस गए, जिसमें उनका पुराना मोबाइल नंबर, छत्तीसगढ़ के दो क्रिकेट-लवर और स्थानीय पुलिस तीनों शामिल थे.

दरअसल, पाटीदार का पुराना मोबाइल नंबर पिछले 90 दिनों से अधिक समय तक इस्तेमाल नहीं किया गया था. नियमों के मुताबिक, अगर कोई नंबर इतने लंबे समय तक इनएक्टिव रहे, तो टेलीकॉम कंपनी उसे बंद कर देती है और बाद में किसी नए कस्टमर को दे देती है..ऐसा ही हुआ. उनका नंबर उनके मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर ने इनएक्टिव कर दिया और बाद में यह नंबर एक नए कस्टमर को बेच दिया.

कोई आम कॉल नहीं थी

यह नंबर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले के मनीष नाम के युवक ने जून के अंत में रिलायंस जियो का नया सिम खरीदकर एक्टिव किया. मनीष ने देखा कि उसके नए नंबर के व्हाट्सऐप पर पहले से ही रजत पाटीदार की प्रोफ़ाइल फोटो लगी हुई थी. उसने और उसके दोस्त खेमराज ने इस पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया, लेकिन जल्द ही उन्हें इस नंबर की अहमियत का अंदाज़ा होने लगा क्योंकि इस नंबर पर कॉल आना शुरू हो गई और कॉल भी कोई आम नहीं थी. फोन कर रहे थे क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी, जैसे विराट कोहली और एबी डिविलियर्स! वे सभी पाटीदार से बात करने की कोशिश कर रहे थे. मनीष और खेमराज पहले तो हैरान हुए, फिर उन्होंने इसे मज़ाकिया नज़र से लेना शुरू कर दिया.

भेज दी पुलिस

कुछ समय बाद, खुद रजत पाटीदार ने मनीष से संपर्क किया और नंबर वापस देने की गुज़ारिश की. उन्होंने समझाया कि यह नंबर उनके लिए कितना जरुरी है, क्योंकि इससे उनके कोच, टीम के साथी और अन्य निजी संपर्क जुड़े हुए हैं. लेकिन दोनों दोस्तों ने यह मानने से इनकार कर दिया कि कॉल करने वाला सच में पाटीदार है. उन्होंने मज़ाक में जवाब दिया और हम एमएस धोनी हैं. जब बात बनी नहीं, तो पाटीदार ने मज़ाक आधा छोड़कर सीरियस लहजे में कहा, 'ठीक है, मैं पुलिस भेजूंगा.' यह सुनकर दोनों को लगा कि शायद यह भी मज़ाक ही है. लेकिन महज़ 10 मिनट के अंदर, स्थानीय पुलिस मनीष के घर पहुंच गई. तब जाकर मनीष और खेमराज को स्थिति की गंभीरता समझ आई. उन्होंने तुरंत पूरा सहयोग किया और नंबर पाटीदार को लौटा दिया.

विराट कोहली से बात करने का मौका मिला

बाद में खेमराज ने इस घटना को याद करते हुए कहा, 'गलत नंबर के कारण मुझे विराट कोहली से बात करने का मौका मिला, अब मेरा जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया.' गौरतलब है कि रजत पाटीदार ने इसी साल जून में आरसीबी के कप्तान के रूप में अपने पहले ही सीज़न में टीम को आईपीएल का पहला खिताब जिताया था, जब उन्होंने फाइनल में पंजाब किंग्स को हराया. यह अचीवमेंट उनके करियर का सबसे बड़ा मुकाम मानी जा रही है।

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