गणेश चतुर्थी पर गौमांस कांड! युवती का मांस काटने का वीडियो वायरल होते ही मचा बवाल, गौ-रक्षकों पर चले लाठी-डंडे

गणेश चतुर्थी के दिन डोड़कीभाठा में गौमांस काटने का वीडियो वायरल होने के बाद विरोध और हिंसा की स्थिति बन गई. गौ-रक्षकों पर हुए हमले में चार लोग घायल हुए, जबकि कई आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर शांति बनाए रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं. फिलहाल जांच जारी है और सभी पक्षों से पूछताछ की जा रही है.;

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Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 29 Aug 2025 12:12 PM IST

छत्तीसगढ़ के बिल्हा थाना क्षेत्र के डोड़कीभाठा गांव में गणेश चतुर्थी के दिन कथित रूप से गौमांस काटे जाने का एक वीडियो सामने आने के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में आक्रोश फैल गया और क्षेत्र में हंगामा शुरू हो गया.

कुछ गोरक्षक जब विरोध दर्ज कराने पहुंचे, तो वहां मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इस हमले में चार लोग घायल हो गए. हालात बिगड़ते देख पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और इलाके में ज्यादा पुलिस बल तैनात कर दिया, ताकि शांति बनी रहे और कोई और घटना न हो.

गणेश चतुर्थी के दिन काटा गौमांस

घटना गणेश चतुर्थी के दिन की है, जब डोड़कीभाठा में कथित रूप से गौमांस काटे जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया. वीडियो सामने आते ही कई गौ-रक्षक विरोध जताने के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन विरोध प्रदर्शन के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और मोहल्ले के कुछ लोगों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया.

चार लोग हुए घायल

इस झड़प में चार गौ-रक्षक बुरी तरह घायल हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया. पुलिस ने एक महिला सहित कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है, साथ ही घटनास्थल से गौमांस के सैंपल भी जब्त किए गए हैं.

गौ-रक्षकों ने पुलिस पर लगाए आरोप

घटना को लेकर गौ-रक्षकों ने पुलिस पर देर से पहुंचने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उन्होंने पहले ही पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं होने के चलते हालात बिगड़ गए और हिंसा हो गई. मामले को गंभीरता से लेते हुए बिलासपुर एसएसपी ने निर्देश जारी किए हैं और क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि हालात पर पूरी तरह नियंत्रण रखा जा सके.

आरोपियों का पक्ष: पारंपरिक पेशे का दावा

वहीं, आरोपित पक्ष का कहना है कि वे सिर्फ एक मरी हुई गाय का मांस निकाल रहे थे, जो उनके समुदाय की पारंपरिक आजीविका का हिस्सा है. उनका आरोप है कि उन्हें सोच-समझकर निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया के जरिए झूठी अफवाह फैलाई गई. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की जाए.

इलाके में तनाव, पुलिस अलर्ट पर

फिलहाल डोड़कीभाठा और आसपास के क्षेत्रों में तनाव बना हुआ है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार गश्त कर रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सभी कोणों से जांच शुरू कर दी है और घटना से जुड़े सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है.

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