Bihar Chunav 2025: कौन हैं रोहन गुप्ता जिन्हें बिहार BJP 'इलेक्शन वॉर रूम' की मिली जिम्मेदारी? इन राज्यों के चुनावों में...
Bihar Assembly Election: बिहार बीजेपी इलेक्शन वॉर रूम के प्रभारी बनाए गए रोहन गुप्ता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता रह चुके हैं. वे पार्टी में अपने काम और कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल के साथ निकटता के लिए जाने जाते थे. लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.;
Who is Rohan Gupta?: बिहार में चार माह बाद विधानसभा चुनाव होना है. भारतीय जनता पार्टी सहित तमाम पार्टियों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव हर हाल में जीतने के लिए बिहार में 'इलेक्शन वॉर रूम' बनाया है. खास बात यह है कि इसका प्रभारी बीजेपी नेतृत्व ने रोहन गुप्ता को बनाया है, जो गुजरात से आते हैं. इससे पहले रोहन गुप्ता हरियाणा, झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
बिहार इलेक्शन वॉर रूम का संचालन करने के लिए बीजेपी ने करीब 150 कार्यकर्ताओं को हायर किया है. सभी ने वॉर रूम में बनाए गए कॉल सेंटर में काम करना शुरू कर दिया है. बीजेपी के ये वॉलंटियर्स बूथ और मंडल स्तरीय कार्यकर्ताओं को फोन कर रहे हैं. बूथ स्तर से संभावित उम्मीदवार और वोटर वोटर प्रोफाइल को लेकर अहम जानकारी जुटाई जा रही है.
कौन हैं रोहन गुप्ता?
रोहन गुप्ता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक पूर्व प्रवक्ता हैं. वे पार्टी में अपने काम और कांग्रेस के दिवंगत और सोनिया गांधी के सबसे करीबी नेता अहमद पटेल के साथ निकटता के लिए जाने जाते थे. लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.
रोहन गुप्ता ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर "उत्पीड़न और चरित्र हनन" का आरोप लगाया गया था. वह बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. उसके बाद से वह सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर बतौर प्रवक्ता बीजेपी का दमदार तरीके से पक्ष रख हैं. रोहन गुप्ता के लिए पीएम मोदी और बीजेपी की ओर से उसी का इनाम है. बीजेपी से पहले रोहन गुप्ता कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता थे.
साल 2020 में रोहन गुप्ता गुजरात के स्थानीय व्यापारिक नेताओं के साथ व्यापारिक लेन-देन को लेकर विवादों में आए थे. हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया था.
नए मतदाताओं से मिलने पर जोर
बिहार इलेक्शन वॉर रूम में की जिम्मेदारी देख रहे कार्यकर्ता बूथ स्तर पर लोगों को फोन कर नए वोटर्स से मिलने का सुझाव दे रहे हैं. उन्हें प्रदेश की वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने में मतदाताओं का सहयोग करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं. इसके अलावा, जिन इलाकों में कोई बड़ी रैली या आम सभा होने वाली है, वहां के कार्यकर्ताओं को भी फोन किया जा रहा है.
महिला मतदाताओं को पक्ष में करने की रणनीति
महिला मतदाताओं को पक्ष में करने की रणनीति
बीजेपी वॉर रूम के जरिए संभावित उम्मीदवारों का फीडबैक और जमीनी हालात का जायजा लिया जा रहा है. बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से बात की जा रही है. महिला वोटरों तक पहुंचने की भी तैयारी है. बीजेपी के प्रदेश सचिव संगठन भीखूभाई दलसानिया निजी तौर पर विधानसभा क्षेत्रों में जा रहे हैं. वह खुद जमीनी हकीकत को समझने में जुटे हैं. इसके अलावा, एनडीए में सीट बंटवारे की भी चर्चा है. इस बार बीजेपी अपने सहयोगी दलों से वह सीटें मांग सकती है, जिन्हें वह तीन चुनावों से जीतने में सफल रही रहे हैं. इसके बदले सहयोगियों को वे सीटें देने की योजना है, जहां से उनके लिए चुनाव जीतना आसान होगा.