'सुन लो गद्दारों...पिताजी इशारा भर कर दें, बिहार खुद दफना देगा'; लालू परिवार से रोहिणी की विदाई के बाद तेज प्रताप की खुली धमकी

लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या के राजनीति और परिवार, दोनों से दूरी बनाने के बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा फूट पड़ा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट करते हुए “गद्दारों” को खुली चेतावनी दी कि “पिताजी बस इशारा कर दें, बिहार खुद तुम्हें दफना देगा.” तेज प्रताप ने बहन के साथ हुई “बेइज्जती” को असहनीय बताया और कहा कि कुछ लोग तेजस्वी यादव की समझ पर भी पर्दा डाल रहे हैं. परिवारिक कलह के बीच यह बयान राजनीतिक हलकों में नई हलचल पैदा कर रहा है.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 16 Nov 2025 6:23 PM IST

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में मचे घमासान के बीच तेज प्रताप यादव ने बहन रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने और परिवार से रिश्ता तोड़ने के फैसले पर भावुक और तीखी प्रतिक्रिया दी है. अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल के इंस्टाग्राम पेज पर जारी बयान में तेज प्रताप ने 'गद्दारों' को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि बहन के साथ हुई 'बेइज्जती बर्दाश्त के बाहर' है.

उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों ने भाई तेजस्वी यादव की राजनीतिक समझ पर पर्दा डाल दिया है और यह साज़िश परिवार को तोड़ने की कोशिश है. तेज प्रताप ने पिता लालू प्रसाद यादव से सीधे अपील की “पिताजी, एक इशारा कर दीजिए… बिहार खुद फैसला सुना देगा.” इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है, खासकर तब जब रोहिणी ने अपने साथ हुए अपमान और हिंसा के आरोप सार्वजनिक कर दिए.

रोहिणी की विदाई पर फूटा तेज प्रताप का गुस्सा

अपनी बहन रोहिणी आचार्य के भावनात्मक पोस्ट के बाद तेज प्रताप ने लिखा कि कल जो हुआ उसने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है… मेरे साथ जो हुआ, उसे तो मैंने सह लिया. लेकिन मेरी बहन के साथ हुई बेइज़्जती किसी भी हालत में बर्दाश्त से बाहर है. उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि 'सुन लो, गद्दारों अगर तुम हमारे परिवार को निशाना बनाओगे, तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ़ नहीं करेगी… जब जनता की भावनाओं को ठेस पहुँचती है, तो उनकी समझ पर पड़ा हर परदा हट जाता है.”

तेजस्वी के फैसलों पर "कुछ चेहरों" का कब्ज़ा: तेज प्रताप का आरोप

तेज प्रताप ने बिना नाम लिए तेजस्वी के करीबियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इन कुछ चेहरों ने तेजस्वी की समझ पर भी परदा डाल दिया है. इस अन्याय का अंजाम बेहद गंभीर होगा. समय का हिसाब बहुत कठोर होता है. इसके बाद उन्होंने लालू प्रसाद यादव से हस्तक्षेप की भावुक अपील की “पिताजी… बस एक इशारा कर दीजिए, एक संकेत भर… और बिहार की जनता ही इन गद्दारों को ज़मीन में दफ़न कर देगी.” तेज प्रताप ने इसे किसी दल की लड़ाई नहीं, बल्कि “परिवार की इज़्जत और बिहार की बेटियों के सम्मान की लड़ाई” बताया.

रोहिणी के गंभीर आरोपों से हिला राजनीतिक गलियारा

रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि उन्हें लगातार अपमानित, प्रताड़ित और घर से बाहर निकाल दिया गया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें “खराब किडनी देने” तथा “पैसे और टिकट के बदले सौदा करने” तक का आरोप सुनना पड़ा. उन्होंने RJD नेता संजय यादव और तेजस्वी के करीबी रमीज़ खान को परिवार में दरार डालने के लिए जिम्मेदार बताया. रोहिणी का कहना है कि इन्हीं के दबाव में उन्होंने राजनीति छोड़ी और मायके से दूर होने का फैसला किया.

RJD ने कहा- परिवार का मामला, लेकिन रोहिणी की तारीफ भी की

RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इस मामले को “परिवार का आंतरिक मुद्दा” बताया और कहा कि पार्टी स्थिति की समीक्षा के बाद ही टिप्पणी करेगी. उन्होंने रोहिणी की तारीफ करते हुए कहा कि वह “हर घर की आदर्श बेटी और बहन” हैं.

सियासत में महाभारत की उपमा- संजय झा और विपक्ष की प्रतिक्रिया

JDU के प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि यादव परिवार में चल रही ये लड़ाई एक “महाभारत” की तरह है. HAM(S) के नेता संतोष सुमन ने कहा कि यह “दुर्भाग्यपूर्ण” है और सभी से चुनावी जनादेश का सम्मान करने की अपील की. चिराग पासवान ने इसे राजनीतिक रंग देने से इनकार करते हुए कहा कि वह पारिवारिक विवादों की पीड़ा समझते हैं और समाधान की उम्मीद करते हैं.

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