ED ने लालू यादव, तेज प्रताप और राबड़ी देवी को जारी किया समन, लैंड फॉर जॉब मामले में करेगी पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव और राबड़ी देवी को समन जारी किया है. यह कार्रवाई कथित भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत की गई है. एजेंसी उनसे पूछताछ के लिए जल्द पेश होने की मांग कर सकती है। इस मामले में आगे की जांच जारी है.;
लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें जमीन के बदले नौकरी मामले में 19 मार्च को पूछताछ के लिए समन भेजा है. यह मामला तब का है जब लालू यादव 2004-2009 के बीच रेल मंत्री थे. ईडी की इस कार्रवाई से आरजेडी खेमे में हलचल मच गई है और राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है.
इसी केस में लालू यादव के परिवार के कुछ सदस्यों ऐसे राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, उनके बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज किए जाएंगे. हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि लालू और उनके परिवार के सदस्य ED के सामने पेश नहीं होंगे. इससे पहले भी तेज प्रताप यादव और हेमा यादव को इसी केस में बुलाया गया था और उन्हें 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई थी.
ईडी ने कोर्ट ने दाखिल की थी चार्जशीट
पिछले साल, ईडी ने इस मामले में दिल्ली की अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव के नाम शामिल थे. चार्जशीट के मुताबिक, रेलवे की ग्रुप-डी की नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से ज़मीन और प्रॉपर्टी ट्रांसफर करवाई गई थी. इस घोटाले से जुड़े ट्रांजैक्शन्स मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जैसे रेलवे जोनों में पाए गए थे.
आरजेडी में टेंशन
अब लालू यादव को अचानक पूछताछ के लिए तलब किए जाने से आरजेडी में टेंशन हाई है. पार्टी इसे पॉलिटिकल विंडिक्टिवनेस (राजनीतिक प्रतिशोध) करार दे सकती है, जबकि बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम बता रही है. इस केस में आगे क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा क्योंकि ED और CBI की जांच तेज होती जा रही है.