तेजस्वी यादव से भी अमीर निकले कांग्रेस प्रत्याशी अजित शर्मा, जानें कितनी है एक्ट्रेस नेहा शर्मा के पिता की नेटवर्थ
भागलपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के अजीत शर्मा ने नामांकन पत्र दाखिल किया. उनके पास छह लाख 50 हजार रुपये नकद, 300 ग्राम ज्वैलरी और आठ बैंक खातों में जमा राशि है. पत्नी की संपत्ति 2.36 करोड़ रुपये है. कुल संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में वृद्धि हुई है. अचल संपत्ति में खेती योग्य जमीन, गैर-कृषि भूमि, व्यवसायिक और आवासीय भवन शामिल हैं. अजीत शर्मा का राजनीतिक सफर बसपा से शुरू होकर कांग्रेस में मजबूत जनाधार बनाने तक का रहा. भागलपुर सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी.;
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी अजीत शर्मा ने शनिवार को चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल किया. शपथ पत्र के अनुसार, अजीत शर्मा के पास छह लाख 50 हजार रुपये नकद और उनकी पत्नी के पास तीन लाख 50 हजार रुपये नकद हैं. दोनों के पास ज्वैलरी भी है; अजीत शर्मा के पास 300 ग्राम और पत्नी के पास 1.2 किलो ज्वैलरी मौजूद है.
अजीत शर्मा और उनकी पत्नी के नाम आठ बैंक खातों में जमा राशि, फिक्स डिपॉजिट, रिकरिंग अकाउंट और स्टॉक्स शामिल हैं. इसके अलावा, उनके पास कैपिटल फ्यूल सेंटर का कैश भी है. इन सभी को मिलाकर उनकी कुल संपत्ति का ग्रास टोटल तीन करोड़ 23 लाख 40 हजार 813 रुपये दर्ज किया गया है.
संपत्ति में पिछले पांच सालों में बढ़ी
पिछले चुनाव में अजीत शर्मा की संपत्ति दो करोड़ 80 लाख 87 हजार 195 रुपये थी. पांच वर्षों में संपत्ति में करीब 42 लाख 53 हजार रुपये की वृद्धि हुई है. उनकी पत्नी की कुल संपत्ति भी दो करोड़ 36 लाख रुपये है, जो पिछले चुनाव से 32 लाख रुपये अधिक है. हालांकि, नकदी राशि घटकर तीन लाख 50 हजार रुपये रह गई.
31.78 करोड़ की है अचल संपत्ति
अजीत शर्मा परिवार के पास खेती योग्य जमीन, गैर-कृषि भूमि, व्यावसायिक भवन और आवासीय भवन हैं. खेती योग्य जमीन 47 लाख 50 हजार रुपये, गैर-कृषि भूमि 22 करोड़ 50 लाख रुपये, व्यवसायिक भवन छह करोड़ 55 लाख रुपये और आवासीय भवन दो करोड़ 25 लाख रुपये में आंका गया. कुल अचल संपत्ति का मार्केट वैल्यू 31 करोड़ 78 लाख 27 हजार 241 रुपये है. वहीं, उनके ऊपर कुल चार करोड़ 40 लाख 51 हजार 712 रुपये का बकाया लोन दर्ज है.
2009 में बसपा से भी लड़े थे चुनाव
अजीत शर्मा ने पहले 2009 में बसपा के टिकट पर भागलपुर लोकसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि, वे जीत नहीं पाए और बाद में कांग्रेस में लौट आए. इससे पहले वे बिहपुर से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके थे. अजीत शर्मा का जनाधार खासतौर पर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मजबूत माना जाता है.
भागलपुर विधानसभा का चुनावी इतिहास
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में अब तक 18 चुनाव हुए हैं. इसमें कांग्रेस के आठ और भाजपा के छह विधायक रहे हैं. वर्ष 2014 के बाद से कांग्रेस लगातार तीन चुनाव जीत रही है, लेकिन जीत का अंतर लगातार कम हो रहा है, जिससे पार्टी चिंतित है. भागलपुर सीट अब कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा की हो गई है. भाजपा के गढ़ में कांग्रेस को अपनी साख बचाने की चुनौती है. दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना बनी हुई है.
ऐतिहासिक विजेताओं का रिकॉर्ड
1977 में जनता पार्टी के विजय कुमार मित्रा चुनाव जीत चुके हैं. इसके पहले तीन बार जनसंघ और एक बार भाजपा से जीत दर्ज हुई थी. वहीं अब तक छह बार भाजपा के उम्मीदवारों ने विधानसभा पर कब्जा किया. भागलपुर की यह राजनीति लगातार बदलती परिस्थितियों और जनाधार के अनुसार संवेदनशील बनी हुई है.