पूर्णिया GMCH की बड़ी लापरवाही, जिंदा मरीज को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, भड़के परिजनों ने मचाया हंगामा
जीएमसीएच पूर्णिया के अधिकारियों के अनुसार 16 अगस्त की दोपहर पूर्णिया में एक पेट्रोल पंप के पास दो तेज रफ्तार मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की टक्कर में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस सभी को जीएमसीएच ले गई, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को तत्काल 'मृत' घोषित कर दिया. जबकि तीसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इस पर परिजन नाराज हो गए और स्थानीय लोगों को बुलाकर हंगामा मचा दिया.;
बिहार के पूर्णिया जिले के जीएमसीएच अस्पताल से एक चौंकाने वाली लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां जिंदा मरीज को मृत मानकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. जैसे ही परिजनों को इस बात की जानकारी हुई तो अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा हुआ. इस मामले ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. परिजनों ने अस्पताल के कर्मचारियों पर कथित तौर पर हमला किया और उन पर अपने 'जीवित रिश्तेदार' को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का आरोप लगाया.
इस मामले में स्थानीय लोगों द्वारा उत्पात जैसे हालात पैदा करने के बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की सख्ती के बाद भीड़ मौके से चली गई. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मृतकों के परिजनों ने शक के आधार पर घंटों तक हंगामा मचाया.
सड़क हादसे में घायल हुए थे मृतक
पूर्णिया के अधिकारियों के अनुसार 16 अगस्त की दोपहर पूर्णिया में एक पेट्रोल पंप के पास दो तेज रफ्तार मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की टक्कर में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस सभी को जीएमसीएच ले गई, जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को 'मृत' घोषित कर दिया. जबकि तीसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
GMCH परिसर में क्यों बिगड़े हालात?
जीएमसीएच के डॉक्टरों द्वारा पीड़ित को मृत घोषित करने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया. हालांकि, पोस्टमार्टम कक्ष में एक रिश्तेदार ने दावा किया कि उसने मृतक मोहम्मद नजीम के शरीर से खून बहता देखा था. इसके बाद परिवार के सदस्यों ने हंगामा किया और नजीम के शव को आपातकालीन वार्ड में वापस ले गए और दोबारा इलाज की मांग की.
डॉक्टर को जबरन कब्जे में लेने की कोशिश
सूत्रों के अनुसार जब पीड़ित को फिर से मृत घोषित कर दिया गया, तो आक्रोशित परिवार के सदस्यों और उनके समर्थकों की भीड़ ने कथित तौर पर चिकित्सा कर्मचारियों को घेर लिया. हाथापाई की कोशिश की और एक डॉक्टर को जबरन हिरासत में लेने की कोशिश की.
RJD ने एक्स पर वीडियो किया पोस्ट
जीएमसीएच पूर्णिया का एक वीडियो तब से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें आरजेडी का एक्स अकाउंट भी शामिल है. वीडियो शेयर करते हुए विपक्षी दल ने लिखा, "पूर्णिया के जीएमसीएच में एक जीवित मरीज को मृत घोषित कर दिया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया! अक्षम और भ्रष्ट भाजपा-नीतीश सरकार में, बिहार की 'अशुभ' स्वास्थ्य सेवा प्रणाली आम लोगों को हर दिन भारी परेशानी का सामना करा रही है!"
परिजनों ने बेवजह मचाया हंगामा - जीएमसीएच
हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया कि ट्रॉमा मैनेजमेंट से लेकर पोस्टमार्टम प्रक्रियाओं तक, सभी नैदानिक प्रोटोकॉल का पालन किया गया था. जीएमसीएच के एक अधिकारी ने बताया, "पुलिस सड़क दुर्घटना के तीन मरीजों को अस्पताल लेकर आई थी. दो मरीजों को पहले ही मृत अवस्था में लाया गया था. हर संभव कोशिश के बावजूद तीसरे मरीज ने भी दम तोड़ दिया. बार-बार की गई मेडिकल जांच से ईसीजी में भी एक फ्लैट लाइन दिखाई दी, मौत की पुष्टि हुई.
पुलिस की सख्ती के बाद मामला शांत
जीएमसीएच के अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रूम में रिश्तेदारों ने मरणोपरांत रक्तस्राव के निशानों को जीवन समझ लिया और हमारी टीम से भिड़ गए."स्थिति बिगड़ने पर, कई थानों से पुलिस बल अस्पताल भेजा गया, जहां लंबी बातचीत और अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद भीड़ तितर-बितर हो गई. पुलिस ने परिजनों और मौके मौजूद भीड़ को सख्त चेतावनी दी कि उन्होंने कुछ भी गत किया तो सख्त कार्रवाई होगी.