सिर्फ वोट कांटेंगे या... प्रशांत किशोर की पार्टी बिहार में न बिगाड़ दे पुराने दिग्‍गजों का खेल

Bihar Election 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर भी सक्रिय रूप से मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. उनका दावा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरह सफलता प्राप्त करेंगे. उन्होंने बिहार के कई गांवों का दौरा किया और जनता की समस्याओं को समझा.;

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Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. जमीनी स्तर पर जनता से जुड़े मुद्दे उठाए जा रहे हैं. भाजपा, आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस समेत अन्य दल बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जन सुराज पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं.

प्रशांत किशोर पिछले तीन सालों से बिहार में गांव-गांव जाकर लोगों की समस्या को सुन रहे हैं. वह हमेशा से धर्म और जाति नहीं बल्कि विकास के मुद्दे को प्राथमिकता देते आए हैं. यही कारण है कि बड़ी संख्या में युवा उनसे प्रभावित हो रहे हैं. अब कहा जा रहा है कि किशोर विधानसभा में अच्छी-खासी सीट जीत सकते हैं.

नीतीश के करीब थे प्रशांत किशोर?

साल 2015 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रशांत कुमार नीतीश कुमार की तारीफों के पुल बांधते थे. उन्होंने 'बिहार में बहार है, नीतीश कुमार है.' नारा भी दिया था, जो काफी चर्चा में रहा, लेकिन बाद में पार्टी से अलग हो गए. किशोर ने एनडीए को मात देने के लिए राजद और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया. यहां भी वह जम नहीं पाए. पार्टियों की नीतियां और विचार उनकी सोच से विपरित थे.

चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की तैयारी

प्रशांत किशोर ने पिछले वर्ष अपनी पार्टी 'जन सुराज' की स्थापना की. उनका दावा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की तरह सफलता प्राप्त करेंगे. उन्होंने बिहार के कई गांवों का दौरा किया और जनता की समस्याओं को समझा.

युवाओं के मुद्दों पर उन्होंने हमेशा उनका समर्थन किया है, चाहे वह परीक्षा का मामला हो या नौकरी की तलाश. इससे युवाओं में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है. अगर युवा उन्हें समर्थन देते हैं, तो उनकी पार्टी को दस या उससे अधिक सीटें मिल सकती हैं.

प्रशांत किशोर के मुद्दे

  • प्रशांत किशोर ने राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और युवाओं का पलायन एक गंभीर समस्या बन चुकी है. उन्होंने इसे अपने अभियान का मुख्य मुद्दा बनाया है.
  • जन सुराज पार्टी ने एनडीए नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिससे सत्ता पक्ष को बचाव की स्थिति में आना पड़ा है.
  • राज्य की शिक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करते हुए, जन सुराज पार्टी ने इसे सुधारने का वादा किया है.
  • पार्टी का लक्ष्य है कि उसके 90% उम्मीदवार पहली बार चुनावी मैदान में उतरें, जिससे नई सोच विकसित हो.

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