गठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ तेजस्वी यादव की फोटो! विवाद में कूदी बीजेपी, बोली- चोरी हो गया सम्मान
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच जारी घमासान अब थमने की संभावना है. यही वजह है कि आज महागठबंधन की टूट की अटकलों को लेकर आज बड़ा एलान हो सकता है. यह एलान बिहार की राजनीति के लिए 'गेम-चेंजर' साबित हो सकता है. जानें बिहार की राजनीति में आज क्या होने वाला है और कैसे चुनावी समीकरण बदलने की संभावना है?;
सीटों के बंटवारे पर तालमेल न होना और महागठबंधन की ओर से जारी चुनावी पोस्टर में केवल तेजस्वी यादव का फोटो होने को लेकर उठे विवाद के बीच गुरुवार को बिहार की सियासत में महागठबंधन का पावर प्ले देखने को मिल सकता है. पिछले कुछ हफ्तों से गठबंधन में विवाद और मतभेद बढ़ते दिख रहे हैं, लेकिन आज इसको लेकर कि बड़ा खुलासा हो सकता है, जो चुनावी रुख को पूरी तरह बदलने वाला साबित होगा. इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीटों और उम्मीदवारों के लेकर चल रही चर्चाओं के नतीजे आज सामने आने वाले हैं.
सहयोगी दलों के बीच विवाद का कारण क्या है?
दरअसल, बिहार महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, सीपीआई-एमएल, जेएमएम, सीपीआई, सीपीआई-एम, आईपी गुप्ता की पार्टी समेत कुछ अन्य क्षेत्रीय पार्टियां शामिल हैं. पिछले कई हफ्तों से सीट बंटवारे और उम्मीदवार चयन को लेकर सभी दल आपस में उलझे रहे. सीट शेयरिंग को लेकर आपस में सहमति नहीं बनी. इसका नतीजा यह निकला कि आरजेडी, सीपीआई-एम, कांग्रेस और वीआईपी ने आपस में ही 12 सीटों पर उम्मीदवार खड़े कर दिए.
इस मसले को लेकर अपने पक्ष में नैरेटिव बनाने के लिए एनडीए गठबंधन में शामिल बीजेपी और जेडीयू सहित अन्य पार्टियों ने उछाला कि महागठबंधन के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं. ऐसे में चुनाव क्या जीतेंगे? बिहार को सही तरीके से चलाने की बात ही छोड़ दीजिए.
ये बात भी सही है कि इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच कुछ सीटों पर सत्ता और उम्मीदवारों को लेकर असंतोष और विरोध ने गठबंधन में तनाव पैदा किया है. राहुल गांधी, कांग्रेस बिहार प्रभारी कृष्णा अलावरू और तेजस्वी यादव के बीच तालमेल न होना भी अहम कारणों में से एक है. गठबंधन के कुछ नेताओं ने मीडिया में खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है, जिससे गठबंधन की मजबूती पर सवाल उठे हैं.
सीएम फेस पर बड़ा खुलासा
सूत्रों के अनुसार गठबंधन नेता आज की बैठक में सीट बंटवारे, उम्मीदवारों की अंतिम सूची और रणनीतिक कदमों पर चर्चा कर सकते हैं. यह कदम महागठबंधन की चुनावी स्थिति को मजबूती या कमजोरी दोनों रूप में प्रभावित कर सकता है.
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत की बुधवार को लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात के सहयोगी दलों के बीच विवाद को दूर करने की सहमति बनी है. साथ ही इस बात की भी संभावना है कि आज तेजस्वी यादव को महागठबंधन की ओर से सीएम फेस करार दिया जाए.
मतभेदों को भूल NDA पर पलटवार की रणनीति
साथ ही इस बात की भी संभावना है कि गठबंधन में शामिल सभी दल अपने मतभेदों को भुलाकर एक मजबूत और निर्णायक कदम उठाए. ताकि बीजेपी और एनडीए के खिलाफ मुकाबला प्रभावी हो सके. कुछ विवादित सीटों पर फ्रेंडली फाइट और चुनावी घोषणा पत्र में समान मुद्दे उठाने पर भी जोर दिया जा रहा है.
पटना के एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि आज का खुलासा महागठबंधन की चुनावी रणनीति को तय करेगा. यदि सही ढंग से ऐसा हुआ तो यह गठबंधन को मतदाताओं के बीच मजबूती दे सकता है. ताजा जानकारी यह है कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन की ओर से सीएम फेस घोषित कर दिया गया है.