चरम परिवारवाद: पूर्व सांसद के बेटे, भाई और भतीजे को JDU-HAM से टिकट; कहां से कौन लड़ रहा चुनाव?

Bihar Assembly Elections 2025: जनता दल यूनाइटेड के पूर्व सांसद अरुण कुमार के परिवार की इस बार लॉटरी लग गई है. उनके बेटे ऋतुराज, भाई अनिल कुमार और भतीजे रोमित कुमार को टिकट जनता दल यूनाइटेड और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा ने दिया है. भाई अनिल कुमार तो चार बार से विधायक रहे हैं और अभी भी वे टिकारी सीट से विधायक हैं.;

( Image Source:  Kanhaiya Kumar Facebook )
Curated By :  धीरेंद्र कुमार मिश्रा
Updated On : 18 Oct 2025 1:11 PM IST

Bihar Chunav 2025: बिहार की राजनीति में जाति और परिवारवाद कोई नई बात नहीं है. इसका उदाहरण हर बार की तरह इस बार भी देखने को मिल रहा है. राजनीति में अक्सर परिवारवाद की आलोचना होती है, लेकिन इस बार मामला चरम पर पहुंच गया है. बिहार के जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार के परिवार के तीन सदस्यों को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एक साथ टिकट दिया है. ये तीनों (बेटा, भाई और भतीजा) अलग-अलग सीटों से, और अलग-अलग NDA घटक दलों से चुनाव मैदान में हैं। इस कदम ने राजनीतिक विश्लेषकों के बीच परिवारवाद, गठबंधन राजनीति और टिकट बांटने की रणनीति को लेकर तीखी बहस छेड़ दी है.

कौन, कहां और किस पार्टी से...

पूर्व सांसद अरुण कुमार के बेटे ऋतुराज कुमार को जनता दल यूनाइटेड ने घोसी (Jehanabad) से टिकट दिया है. यह उनका पहला चुनाव है. भाई अनिल कुमार टिकारी (Gaya) को हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझीा ने टिकट दिया हैव वह चार बार के विधायक हैं. इसी तरह भतीजा रोमित कुमार अतरी (Gaya) को हम ने टिकट दिया है. रोमित अरुण के एक अन्य भाई (अरविंद) के बेटे हैं.

अरुण का बेटा पहली बार चुनाव में

अरुण कुमार के बेटे ऋतुराज का यह पहला चुनाव है. इसके अलावा भतीजे रोमित कुमार की बात करें तो, हम पार्टी के सांसद प्रतिनिधि और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं. अतरी सीट से रोमित ने नामांकन दाखिल किया है. इस तरह से तीनों के चुनाव में उतरने के बाद चर्चा तेज हो गई है. जीत को लेकर भी कयासों का सिलसिला शुरू हो गया है. तीनों ने खुद की जीत का दावा किया है.

राजनीति में वंशवाद की नई पौध

यह घटना यह सवाल उठता है कि राजनीतिक दल जब परिवारों को इतनी खुली टिकटें देते हैं, तो आम नेता व युवा नेताओं को अवसर कब मिलेगा? विश्लेषक इसे “परिवारवाद को राजनीतिक वैधता” देने का प्रयास मान रहे हैं - क्योंकि तीनों सदस्यों को अलग-अलग सीटों और अलग-अलग दलों से टिकट देना, गठबंधन राजनीति और जातिगत समीकरणों के लिहाज से एक सटीक रणनीति है.

कौन हैं अरुण कुमार?

अरुण कुमार ने पहले JDU और बाद में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) से सांसद पद संभाला है. अनिल कुमार वर्तमान में टिकारी विधानसभा क्षेत्र से HAM के विधायक हैं. ये तीनों विधानसभा क्षेत्र - घोसी, टिकारी, अतरी - NDA के तहत दो अलग दलों (JDU और HAM) से लड़ेंगे. सभी NDA में शामिल हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव के तहत 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा. एनडीए में शामिल सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी सूची भी जारी कर दी है. बीजेपी-जेडीयू के खाते में 101-101 सीटें, एलजेपीआर के खाते में 29 और हम-आरएलएम के खाते 6-6 आई है.  

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