पति निकला सीरियल शादीबाज़! पत्रकार पत्नी ने खोली 8 शादी करने वाले 'धोखेबाज़' की पोल, मारपीट के बाद खुला गड़बड़झाला

पीड़ित महिला ने बताया कि वह 15 दिसंबर 2024 को पहली बार ससुराल पहुंची थी, लेकिन वहाँ पहुंचते ही उसकी मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना शुरू हो गई. हालत इतनी बिगड़ गई कि 12 जनवरी 2025 को पति ने उसे जलाकर मारने की भी कोशिश की.;

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Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 23 Oct 2025 3:44 PM IST

शादी एक पवित्र बंधन होता है, जिसे हमारे समाज में सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाकर निभाया जाता है. लेकिन कुछ लोगों के लिए यह बंधन एक मजाक या धोखा बनकर रह जाता है. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला बिहार की राजधानी पटना से सामने आया है, जहां एक महिला को तब गहरा सदमा लगा जब उसे पता चला कि उसका पति पहले सात और शादियां कर चुका है, 

यह मामला पटना के पास स्थित अनीसाबाद इलाके का है, जहां एक महिला पत्रकार ने 14 दिसंबर 2024 को एक व्यक्ति राकेश कुमार से शादी की थी. राकेश कैमूर जिले के मोहनियां का रहने वाला है और पेशे से फोटोस्टेट की दुकान चलाता है. शादी के तुरंत बाद ही महिला को यह महसूस होने लगा कि कुछ तो गड़बड़ है, क्योंकि राकेश ने ससुराल आते ही मारपीट शुरू कर दी. 

मारपीट और प्रताड़ना ने खोला राज

पीड़ित महिला ने बताया कि वह 15 दिसंबर 2024 को पहली बार ससुराल पहुंची थी, लेकिन वहाँ पहुंचते ही उसकी मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना शुरू हो गई. हालत इतनी बिगड़ गई कि 12 जनवरी 2025 को पति ने उसे जलाकर मारने की भी कोशिश की. इस गंभीर घटना के बाद गांव में पंचायत बैठी, जहाँ एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. गांव वालों और पंचायत ने बताया कि राकेश कुमार पहले ही सात महिलाओं से शादी कर चुका है, इस सच को सुनते ही महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई. अब उसे समझ आया कि क्यों राकेश का व्यवहार शुरू से ही उसके प्रति क्रूर और बेरुखा रहा. 

पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद

पति की सच्चाई सामने आने के बाद पीड़िता ने मोहनियां थाना में राकेश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इस गंभीर मामले को हल्के में लिया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. परेशान होकर महिला ने बिहार राज्य महिला आयोग का रुख किया. महिला ने आयोग में पूरे मामले की लिखित शिकायत दी, लेकिन आरोपी पति राकेश को आयोग में दो बार बुलाए जाने के बावजूद वह उपस्थित नहीं हुआ. आयोग ने 14 जुलाई और 4 अगस्त 2025 को सुनवाई की तारीखें तय कीं, लेकिन हर बार राकेश ने आने से इंकार कर दिया. अब आयोग ने कैमूर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए और पीड़िता को न्याय दिलाया जाए. 

पढ़ी-लिखी महिला भी ठगी गई

गौर करने वाली बात यह है कि पीड़ित महिला ने पत्रकारिता का कोर्स किया हुआ है, यानी वह शिक्षित और जागरूक है. बावजूद इसके, वह धोखा खा गई, क्योंकि राकेश कुमार ने खुद के बारे में कुछ भी सच नहीं बताया. महिला को शादी के वक्त यह भी नहीं बताया गया कि वह पहले से कई बार शादीशुदा है, इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शादी जैसे रिश्ते में धोखा देने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं होती? और क्यों महिलाओं की आवाज़ कई बार पुलिस थानों में अनसुनी रह जाती है?

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