Zubeen Garg Death Case: पुलिस ने मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और फेस्टिवल ऑर्गनाइज़र को किया गिरफ्तार, एसआईटी जांच तेज
असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग की मौत ने संगीत जगत को झकझोर दिया है. उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के ऑर्गनाइज़र श्यामकानु महंत को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जुबीन की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने मौत को रहस्यमय बताया और न्याय की मांग की. एसआईटी जांच में यॉट पार्टी, स्वास्थ्य और अंतिम घटनाओं सहित सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है. जानिए मामले की पूरी जांच और नए अपडेट.;
असम और पूरे देश में लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग की मौत ने संगीत जगत को झकझोर कर रख दिया है. उनकी अचानक और रहस्यमय मौत ने प्रशंसकों, परिवार और मीडिया के बीच सवालों की बौछार कर दी है. असम सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए विशेष टीम गठित की, ताकि हर पहलू का स्पष्ट पता लगाया जा सके.
पुलिस ने इस मामले में गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) के चीफ ऑर्गनाइज़र श्यामकानु महंत को गिरफ्तार किया है. महंत को दिल्ली एयरपोर्ट से जबकि सिद्धार्थ शर्मा को गुरुग्राम के पास से गिरफ्तार किया गया. दोनों को फिलहाल गुवाहाटी ले जाया गया है और आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पत्नी ने की निष्पक्ष जांच की मांग
जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने इस घटना को केवल व्यक्तिगत नुकसान नहीं, बल्कि एक गहन रहस्य बताया है. उन्होंने मृतक पति की अंतिम घड़ी में हुई घटनाओं की पूरी और निष्पक्ष जांच की मांग की है. उनका कहना है कि इस मामले में लापरवाही कतई स्वीकार्य नहीं है और हर सवाल का जवाब उन्हें चाहिए. अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ में इस मामले के कई नए पहलू सामने आएंगे. एसआईटी के अधिकारी इस मामले में हर छोटे से छोटे सुराग की जांच कर रहे हैं, ताकि मौत के रहस्य को पूरी तरह सुलझाया जा सके.
हमें हर सवाल का जवाब चाहिए: गरिमा
जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें और उनके परिवार को अब तक स्पष्ट जवाब नहीं दिए गए. उन्होंने कहा, "हमें नहीं पता कि जुबिन के साथ असल में क्या हुआ. यह रहस्य अभी भी बना हुआ है. हमें हर सवाल का जवाब चाहिए." उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके पति की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए थी. गरिमा के अनुसार, जुबीन न केवल एक कलाकार, बल्कि उनके जीवन का आधार और प्रेरणा स्रोत थे.
यॉट पार्टी की नहीं थी जानकारी
गरिमा ने खुलासा किया कि उन्होंने जुबिन से आखिरी बार 18 सितंबर को बात की थी. हालांकि, उनके पति ने सिंगापुर में किसी यॉट पार्टी का जिक्र नहीं किया, जहां वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में शामिल हुए थे. गरिमा का कहना है कि अगर उन्हें इसके बारे में जानकारी होती, तो वह जरूर बताते. उनका मानना है कि जांच से यॉट पार्टी और उस रात की घटनाओं का पूरा सच सामने आएगा. इस घटना ने जुड़े हर पहलू को और जटिल बना दिया है.
बीमारी की दवा लेते थे जुबिन
गरिमा ने यह भी बताया कि जुबिन को एक बीमारी थी और वे दौरे पड़ने की दवा ले रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें सही समय पर दवा दी और उनके मैनेजर को भी यह जानकारी थी. गरिमा के अनुसार, "जुबिन दौरे पड़ने के शिकार थे और उन्हें समय पर दवा लेना जरूरी था. यह भी देखा जाएगा कि उनके स्वास्थ्य का ख्याल किस प्रकार रखा गया."
एसआईटी जांच का दायरा
असम सरकार ने 19 सितंबर को गायक की मौत की जांच के लिए 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. एसआईटी के सदस्य श्यामकानु महंत, सिद्धार्थ शर्मा और अन्य लोगों से पूछताछ कर रहे हैं. एसआईटी ने सिंगापुर में उपस्थित सभी लोगों को नोटिस जारी किए थे ताकि वे अपने बयान दर्ज कराएं. इस जांच का उद्देश्य मौत के रहस्य के हर पहलू को सामने लाना है.
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि महंत और शर्मा के खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से 'लुकआउट नोटिस' जारी किया गया था. उन्हें 6 अक्टूबर तक सीआईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. सरकार की यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और दोषियों को कानून के सामने लाया जाएगा.
न्याय और पारदर्शिता की मांग
गरिमा गर्ग ने जोर देकर कहा कि उन्हें जांच पर पूरा भरोसा है. उनका कहना है कि जुबीन की मौत केवल एक व्यक्तिगत नुकसान नहीं, बल्कि संगीत और समाज के लिए भी एक बड़ी क्षति है. जुबिन के प्रशंसक, परिवार और संगीत जगत के लोग न्याय और पारदर्शिता की उम्मीद कर रहे हैं. जांच की निष्पक्षता ही इस रहस्यमय घटना का असली जवाब दे सकती है.