'मैं मरूंगा, तो बंद रहेगा असम...' Zubeen Garg की बात हुई सच, कुमार विश्वास ने बताई सिंगर से जुड़ी बातें
जुबिन गर्ग की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया. उनकी गाने हमेशा लोगों के जहन में जिंदा रहेंगे. वह सिर्फ असम के ही नहीं बल्कि पूरे देश के फेवरेट सिंगर्स में से एक थे. अब जुबिन गर्ग से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुमार विश्वास बताते हैं कि सिंगर ने एक बार कहा था कि जब वह मरेंगे, तो असम बंद रहेगा.

संगीत की दुनिया में कुछ आवाज़ें ऐसी होती हैं, जो सिर्फ गानों में नहीं बल्कि लोगों के दिलों में बस जाती हैं. असम और देश के फेमस जुबिन गर्ग ऐसी ही एक आवाज़ थे. उनकी अचानक हुई मौत ने पूरे देश को हिला दिया, लेकिन असम के लिए यह एक कभी न भरने वाला घाव है.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मशहूर कवि कुमार विश्वास जुबिन गर्ग को याद करते हुए उनकी कही कुछ बातें शेयर करते हैं. उन्होंने बताया कि जुबिन ने कहा था कि जब मैं इस दुनिया से चला जाऊंगा, तब असम बंद रहेगा.
'जिस दिन मैं जाऊंगा, असम बंद रहेगा'
वीडियो में कुमार विश्वास कहते हैं कि मुंबई के लोग मर जाते हैं, तो एक न्यूज चलती है. जिस दिन मैं जाऊंगा असम बंद रहेगा और हैरानी की बात है कि उनके जाने के बाद असम सचमुच ठहर गया. सड़कें सूनी हो गईं, लोग गम में डूब गए और संगीत का एक युग मानो रुक गया.
असम की पहचान: चाय, राइनो और जुबिन
जुबिन से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा भी इस वीडियो में सामने आता है. कुमार विश्वास ने बताया कि उन्होंने जुबिन से पूछा था कि असम की सबसे फेमस चीजें कौन-सी हैं. इस पर सिंगर ने जवाब देते हुए कहा असम की तीन चीजें फेमस है, वो है 'चाय, राइनो और जुबिन.'
अपनी मिट्टी से बेइंतहा मोहब्बत
कुमार विश्वास ने यह भी बताया कि जुबिन असम से बेहद प्यार करते थे. एक बार किसी ने उनसे पूछा था कि उन्होंने मुंबई क्यों छोड़ दी और गुवाहटी में बसने का फैसला क्यों किया? इस पर जुबिन का जवाब सीधा और दिल को छू लेने वाला था. उन्होंने कहा ' ये गाने बेचने वाले क्या जाने मैं अपनी मिट्टी से कितना प्यार करता हूं.' यही जुबिन की सबसे बड़ी खासियत थी. शोहरत के बावजूद उन्होंने अपनी जमीन से रिश्ता नहीं तोड़ा.
जुबिन गर्ग केस अपडेट
जुबिन की मौत के बाद उनके साथी शेखर ज्योति गोस्वामी को हिरासत में लिया है, क्योंकि वह आखिरी समय में जुबिन के साथ थे. वहीं, सिंगर की मौत पर सरकार का कहना है कि अगर एसआईटी जांच से संतोषजनक नतीजे नहीं निकलते हैं, तो मामले की जांच CBI को सौंपने पर विचार किया जा सकता है.