असम में रेल पटरी पर IED ब्लास्ट! कोकराझार-सलाकाटी ट्रैक डैमेज होने से थमे कई ट्रेनों के पहिये, क्या बोले फंसे हुए यात्री?
कोकराझार-सलाकाटी रेलवे ट्रैक पर अचानक IED ब्लास्ट होने से रेल पटरी क्षतिग्रस्त हो गई, जिसके कारण कई ट्रेनों के पहिए ठप हो गए और यात्री फंस गए. इस अचानक हुई घटना ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हड़कंप मचा दिया और ट्रेनों का संचालन पूरी तरह प्रभावित हो गया.;
बुधवार की देर रात असम के कोकराझार जिले में एक जोरदार धमाके ने सन्नाटा तोड़ दिया. कोकराझार और सलाकाटी स्टेशन के बीच रेल पटरी पर हुए इस विस्फोट से ट्रेन सेवाएं ठप हो गईं और यात्रियों में दहशत फैल गई. आधी रात को गूंजे इस धमाके ने पूरे इलाके में डर का माहौल पैदा कर दिया.
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, कोकराझार स्टेशन से लगभग पांच किलोमीटर पूर्व एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) धमाके के साथ फट गया. विस्फोट इतना तेज था कि रेल पटरियों का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
अचानक हुआ विस्फोट
रेल की पटरी पर अचानक विस्फोट हुआ. जैसे ही घटना की जानकारी रेलवे अधिकारियों तक पहुंची, तुरंत दोनों दिशाओं में ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई. सुरक्षा कारणों से कई ट्रेनों को पास के स्टेशनों पर रोकना पड़ा, जिससे सैकड़ों यात्री रातभर फंसे रहे.
तुरंत कराया गया मरम्मत का काम
धमाके की खबर फैलते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया.कई लोग ट्रेन से उतरकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे. घटना की सूचना मिलते ही रेलवे विभाग, सुरक्षा बलों और बम निरोधक दस्ते की टीमें मौके पर पहुंचीं.उन्होंने पूरे इलाके को घेरकर जांच शुरू की और यह सुनिश्चित किया कि कहीं और कोई विस्फोटक न हो. अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पटरी की मरम्मत का काम तुरंत शुरू करवाया ताकि रेल सेवाएं जल्द बहाल की जा सकें.
अब तक नहीं मिला धमाके के पीछे का सुराग
अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट के पीछे कौन है, यह अभी स्पष्ट नहीं है.हालांकि, किसी आतंकी या उग्रवादी संगठन की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता. फिलहाल पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और जांच एजेंसियां हर पहलू की जांच कर रही हैं.रेलवे ने भी इस घटना को गंभीर सुरक्षा खतरे के रूप में देखा है और आगे की सतर्कता बढ़ा दी है.
फंसे हुए यात्रियों की आपबीती
फंसे हुए यात्रियों ने कहा कि वह त्योहार के मौके पर अपने घर जा रहे थे. ऐसे में हुए इस धमाके से वह हैरान हो गए. अच्छा हुआ कि किसी तरह की कोई चोट नहीं पहुंची है. वहीं, लोगों के चेहरे पर दशहत साफ देखी जा सकती है. कोकराझार की यह रात भले बीत गई हो, लेकिन धमाके की गूंज अब भी लोगों के दिलों में है.यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन सेवाओं की बहाली फिलहाल प्रशासन की पहली प्राथमिकता है. जांच एजेंसियां इस धमाके की सच्चाई तक पहुंचने में जुटी हैं ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.