रोहित ने 16 साल देश को दिए, लेकिन उन्हें एक... BCCI पर फूटा पूर्व खिलाड़ी का गुस्सा, कहा- यह सिस्टम बना सेंटिमेंट की लड़ाई है

भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से पहले बीसीसीआई ने रोहित शर्मा से वनडे कप्तानी छीनकर शुभमन गिल को कमान सौंप दी है. इस फैसले पर मोहम्मद कैफ ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि 16 साल देश को देने वाले रोहित को कम से कम एक साल और मौका मिलना चाहिए था. कैफ ने याद दिलाया कि रोहित की कप्तानी में भारत ने 2023-24 में दो आईसीसी ट्रॉफियां जीतीं और उन्होंने नए खिलाड़ियों को तैयार किया. वहीं चयन समिति का तर्क है कि 2027 वर्ल्ड कप के लिए युवा कप्तान को लंबा रनवे देना जरूरी है.;

( Image Source:  ANI )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 5 Oct 2025 5:21 PM IST

Rohit Sharma Captaincy Controversy: ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम के ऐलान ने क्रिकेट जगत में बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है. बीसीसीआई ने अचानक फैसला लेते हुए रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी से हटा दिया और युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को नया कप्तान बना दिया. यह कदम कई लोगों को रणनीतिक और भविष्य के लिहाज से सही लगा, लेकिन क्रिकेट जगत का एक बड़ा वर्ग मानता है कि रोहित शर्मा को कम से कम 2027 वर्ल्ड कप तक एक मौका और मिलना चाहिए था.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने सोशल मीडिया पर रोहित शर्मा के समर्थन में भावुक पोस्ट लिखा. उन्होंने कहा, "रोहित शर्मा ने हिंदुस्तान को 16 साल दिए और हम उन्हें कप्तान के तौर पर एक साल भी नहीं दे पाए. 16 आईसीसी इवेंट मैचों में उन्होंने 15 जीते और सिर्फ एक हारे- वह भी 2023 का वर्ल्ड कप फाइनल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ..."

'रोहित ने नए खिलाड़ियों के लिए जगह बनाई'

कैफ ने आगे कहा कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में रोहित प्लेयर ऑफ द मैच बने और भारत को ट्रॉफी दिलाई. इसके पहले, 2024 वर्ल्ड कप भी भारत के नाम रहा. उन्होंने खुद को पीछे हटाते हुए नए खिलाड़ियों के लिए जगह बनाई. लेकिन जब वह थोड़े समय के लिए सुर्खियों से दूर हुए, तभी उनकी कप्तानी भी उनसे छीन ली गई.

"रोहित ने खिलाड़ियों को बनाया, सहारा दिया"

कैफ ने रोहित शर्मा के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कभी अपनी कप्तानी को खींचने की कोशिश नहीं की. बल्कि नए खिलाड़ियों को मौके दिए, दबाव में समझाया और टीम के लिए भविष्य तैयार किया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "हम उन्हें 2027 वर्ल्ड कप तक का वक्त भी नहीं दे पाए. शुभमन गिल प्रतिभाशाली और भविष्य के लिए अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं, लेकिन हर चीज में इतनी जल्दबाजी की क्या जरूरत है?"

चयनकर्ताओं का पक्ष

चयन समिति ने अपने फैसले को ‘रणनीतिक’ बताया है. चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने कहा कि तीन फॉर्मेट में तीन अलग कप्तान रखना ‘व्यवहारिक रूप से असंभव’ है, इसलिए यह बदलाव जरूरी था. उनके अनुसार, शुभमन गिल को अभी से लंबा रनवे देकर 2027 वर्ल्ड कप के लिए तैयार करना ही योजना का हिस्सा है.

'सिस्टम बना सेंटिमेंट की लड़ाई है'

असल विवाद कप्तानी बदलने के फैसले पर नहीं बल्कि इसके समय और तरीके पर है. एक कप्तान जिसने हाल के आठ महीनों में भारत को दो आईसीसी ट्रॉफी दिलाई, उसे अचानक किनारे कर देना कई दिग्गजों को नागवार गुजरा. कैफ ने साफ कर दिया कि यह ‘सिस्टम बनाम सेंटिमेंट’ की लड़ाई है. अब देखना होगा कि शुभमन गिल के नेतृत्व में भारत की वनडे टीम कितनी मजबूत साबित होती है.

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