IPL Final 2025: ये हैं RCB के चाणक्‍य, 17 साल से हार रही टीम को कोच एंडी फ्लावर ने कैसे बना दिया चैंपियन?

आईपीएल 2025 में RCB की ऐतिहासिक जीत सिर्फ खिलाड़ियों के प्रदर्शन का नतीजा नहीं, बल्कि कोच एंडी फ्लावर, डायरेक्टर मो बोबाट और मेंटॉर दिनेश कार्तिक की रणनीति का परिणाम थी. इन तीनों ने 'ब्रांड वैल्यू' नहीं, 'रोल वैल्यू' पर फोकस किया. नीलामी में योजनाबद्ध चयन, अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण और सुरक्षित माहौल ने टीम को मजबूत बनाया. कप्तान राजत पाटीदार जैसे शांत खिलाड़ी को भी पूरी टीम ने अपनाया. ये सोच RCB को 18 साल बाद चैंपियन बनाने में सफल रही.;

Edited By :  प्रवीण सिंह
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आईपीएल 2025 का फाइनल जीतना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए सिर्फ एक ट्रॉफी उठाने का पल नहीं था, बल्कि ये उस सोच, मेहनत और रणनीति की जीत थी, जो मैदान के बाहर रची गई थी. 18 सालों के लंबे इंतज़ार और असंख्य असफलताओं के बाद RCB ने जिस शिद्दत से अपने सिस्टम को बदला, वो बदलाव टीम के हर फैसले में झलकता है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का आईपीएल 2025 फाइनल तक पहुंचना सिर्फ खिलाड़ियों के प्रदर्शन का नतीजा नहीं था, बल्कि इसके पीछे कोच एंडी फ्लावर का अहम योगदान रहा. उनके अलावा मो बोबाट और दिनेश कार्तिक के रोल को भी कम नहीं माना जा सकता. कैसे इन तीनों ने अपनी रणनीति और ट्रेनिंग से टीम को आईपीएल का विजेता बना दिया. इन तीनों ने सिर्फ खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि टीम की सोच को ही बदल डाला.

जहां एक समय RCB सिर्फ बड़े नामों की टीम मानी जाती थी - कोहली, डिविलियर्स और गेल जैसे सितारे जिनके आसपास टीम बनाई जाती थी, वहीं 2024 की नीलामी से पहले इस थिंक टैंक ने ‘रोल बेस्ड’ टीम बनाने का फार्मूला अपनाया. उन्होंने हर खिलाड़ी को उसकी भूमिका के मुताबिक चुना और यही कारण है कि चाहे फिल सॉल्ट हों या क्रुणाल पंड्या, जॉश हेज़लवुड हों या मयंक अग्रवाल, सभी ने मौके पर कमाल कर दिखाया.

RCB का ये नया अवतार सिर्फ क्रिकेट का खेल नहीं था, ये एक रणनीतिक युद्ध था, जहां हर चाल सोची-समझी थी, और हर सिपाही अपनी जगह पूरी तरह तैयार. यही सोच RCB को आखिरकार 'Ee Sala Cup Namde' के वादे तक पहुंचा गई.

पुरानी गलतियों से सबक, नई सोच के साथ शुरुआत

RCB का इतिहास रहा है बड़े नाम खरीदने का - कोहली, गेल, डीविलियर्स जैसे सितारे लेकिन टीम बैलेंस नदारद. इस बार, बोबाट-फ्लावर की जोड़ी और मेंटर कार्तिक ने नीलामी में पूरी रणनीति के साथ काम किया. उन्होंने 'ब्रांड वैल्यू' नहीं, 'रोल वैल्यू' को अहमियत दी.

खिलाड़ियों की भूमिका के मुताबिक चुनाव

2024 की नीलामी में पंत, राहुल, अय्यर जैसे नाम उपलब्ध थे, लेकिन RCB ने जोश हेज़लवुड, भुवनेश्वर कुमार, क्रुणाल पंड्या, फिल सॉल्ट, सुयश शर्मा जैसे 'वैल्यू पिक्स' चुने. सॉल्ट को जैक्स पर तरजीह दी गई, और उन्होंने कमाल किया, चाहे वो कमिंस और स्टार्क को ध्वस्त करना हो या LSG के खिलाफ तेज शुरुआत.

 

कार्तिक की प्लानिंग: "रोल में फिट होने वाले खिलाड़ी चाहिए"

दिनेश कार्तिक ने बताया कि नीलामी से पहले प्लेइंग इलेवन के कई कॉम्बिनेशन बनाए गए थे, जिनमें हर खिलाड़ी की भूमिका तय थी. इसी सोच ने अनुभव और स्थिरता का मेल बनाया. देवदत्त के चोटिल होने पर मंझे हुए मयंक अग्रवाल को जोड़ा गया, नतीजा 178 की स्‍ट्राइक रेट के साथ मैच विनिंग पारी.

अनुभव ने दिलाया आत्मविश्वास, नया कप्तान भी सफल

RCB ने कप्तानी सौंपी राजत पाटीदार जैसे शांत खिलाड़ी को, जो स्टार नहीं थे, लेकिन एक टीम के तौर पर उन्हें स्वीकार किया गया. नए खिलाड़ियों को एक सुरक्षित और स्वतंत्र माहौल देना, यही बोबाट-फ्लावर की सोच थी, जिससे आत्मनिर्भरता और जिम्मेदारी आई. और नतीजा आज सबके सामने है जब टीम 18 साल बाद आईपीएल चैंपियन बनने में कामयाब रही है.

 

कौन हैं एंडी फ्लावर, मो बोबाट और दिनेश कार्तिक - जिन्होंने बदली RCB की किस्मत?

एंडी फ्लावर (Andy Flower) - कोचिंग का जादूगर

एंडी फ्लावर ज़िम्बाब्वे के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रह चुके हैं. कोचिंग में उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. वह इंग्लैंड को 2010 में T20 वर्ल्ड कप और टेस्ट में नंबर 1 टीम बना चुके हैं. उनकी रणनीति, शांत स्वभाव और प्लेयर मैनेजमेंट स्किल ने RCB में आत्मविश्वास और संतुलन पैदा किया. फ्लावर के नेतृत्व में टीम ने ‘टीम पहले, स्‍टार बाद में’ का मंत्र अपनाया.

मो बोबाट (Mo Bobat) - डेटा के मास्टर

मो बोबाट इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) के परफॉर्मेंस डायरेक्टर रह चुके हैं और RCB में उन्हें डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट के रूप में लाया गया. वे प्लेयर एनालिटिक्स, डेटा साइंस और मैच सिचुएशन पढ़ने में माहिर हैं. उन्होंने RCB की टीम बिल्डिंग में खिलाड़ियों को सिर्फ नाम नहीं, बल्कि भूमिका के हिसाब से चुना, यही वजह रही कि RCB ने इस बार ‘बड़े नाम’ नहीं, सही खिलाड़ी खरीदे.

दिनेश कार्तिक - अनुभव और मेंटरशिप का फ्यूजन

दिनेश कार्तिक भले ही बतौर खिलाड़ी संन्यास की ओर हों, लेकिन 2025 में उन्होंने RCB के मेंटॉर की भूमिका निभाई. उनके अनुभव और ड्रेसिंग रूम की समझ ने टीम में एकता और सकारात्मक सोच पैदा की. उन्होंने युवाओं को गाइड किया और नाजुक मौकों पर खिलाड़ियों को मानसिक मजबूती दी. साथ ही, उन्होंने नीलामी रणनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई.

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