कौन हैं Senuran Muthusamy, जिन्होंने गुवाहाटी टेस्ट में जड़ा करियर का पहला शतक? भारत से है खास कनेक्शन
गुवाहाटी टेस्ट के दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर सेनुरन मुथुसामी ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ और यादगार पारी खेलते हुए पहला टेस्ट शतक जड़ा और भारत को कठिन परिस्थिति में धकेल दिया. 206 गेंदों में 109 रन की उनकी जुझारू पारी और मार्को यान्सन के 93 रन की बदौलत साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 489 रन बनाए, जिसमें कुलदीप यादव ने 4 विकेट लिए. भारतीय मूल के मुथुसामी ने शानदार तकनीक और धैर्य के साथ काइल वैरेन और यान्सन के साथ बेहतरीन साझेदारियां कीं. आइए जानते हैं कि सेनुरन मुथुसामी कौन हैं और उनका भारत से क्या कनेक्शन है...;
India vs South Africa Guwahati test, Who is Senuran Muthusamy: दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर सेनुरन मुथुसामी ने गुवाहाटी में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन अपने करियर की सबसे यादगार पारी खेलते हुए पहला टेस्ट शतक जड़ दिया. ये उपलब्धि उन्होंने 192 गेंदों में हासिल की. इससे पहले उनका टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर पाकिस्तान के खिलाफ बनाया गया नाबाद 89 रन था. सिर्फ आठवें टेस्ट में खेल रहे मुथुसामी ने जिस धैर्य और तकनीक का प्रदर्शन किया, उसने भारत को मुश्किलों में डाल दिया और दक्षिण अफ्रीका को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. उन्होंने 206 गेंदों में 109 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 2 छक्के शामिल रहे.
दिन की शुरुआत मुथुसामी ने साथी बल्लेबाज काइल वैरेन (45, 122 गेंद) के साथ सतर्कता के साथ खेलते हुए की. दोनों ने सुबह के सत्र में बेहद संयम दिखाते हुए सिर्फ खराब गेंदों का इंतजार किया और उसी पर रन बनाए. मुथुसामी ने 121 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद आक्रामक मोड में शिफ्ट होते हुए पारी को खूबसूरती से आगे बढ़ाया. टी के बाद वैरेन के आउट होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की रफ्तार नहीं रुकी. मुथुसामी को मार्को यान्सन का शानदार साथ मिला और दोनों ने मिलकर टीम का स्कोर 400 के पार पहुंचा दिया.
दूसरे सत्र के अंत तक दक्षिण अफ्रीका पूरी तरह मैच पर हावी हो चुका था... और इस बढ़त के केंद्र में थे- सेनुरन मुथुसामी. उनकी पारी और मार्को यान्सन के तूफानी 93 रनों की बदौलत साउथ अफ्रीका की पहली पारी 489 रन पर सिमट गई. कुलदीप यादव को 4, जबकि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रविंद्र जडेजा को 2-2 विकेट मिले.
कौन हैं सेनुरन मुथुसामी?
सेनुरन मुत्थुसामी का जन्म 22 फरवरी 1994 को डरबन, दक्षिण अफ्रीका में हुआ. वे भारतीय मूल के परिवार से आते हैं. उनके पूर्वज तमिलनाडु के नागपट्टिनम क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. भारतीय जड़ों से उनका रिश्ता आज भी बना हुआ है.
शिक्षा और शुरुआती क्रिकेट
मुथुसामी ने क्लिफ़टन कॉलेज में पढ़ाई की और बाद में यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वाज़ुलु-नेटाल से सोशल साइंस में ग्रेजुएशन किया, जिसमें उन्होंने मीडिया और मार्केटिंग स्पेशलाइजेशन चुना. क्रिकेट की शुरुआत उन्होंने स्कूल स्तर पर की और धीरे-धीरे अंडर-11 से लेकर अंडर-19 तक क्वाज़ुलु-नेटाल की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों का प्रतिनिधित्व किया. हालांकि, शुरू में वे खुद भी नहीं मानते थे कि प्रोफेशनल क्रिकेटर बन पाएंगे, लेकिन लगातार सुधार ने उन्हें साउथ अफ्रीका अंडर-19 सेटअप तक पहुंचा दिया.
घरेलू क्रिकेट से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक
2015-16 सीजन में उन्हें डॉल्फ़िन्स फ्रेंचाइजी ने बतौर टॉप-ऑर्डर बैटर साइन किया. जनवरी 2017 में उन्होंने नाइट्स के खिलाफ 181 रन की विशाल पारी खेली, लेकिन उनका करियर का निर्णायक मोड़ तब आया, जब उनकी बल्लेबाजी थोड़ा गिर गई और गेंदबाजी में सुधार होने लगा. पूर्व साथी इमरान खान के मुताबिक, "उनकी बल्लेबाजी थोड़ी नीचे गई, लेकिन गेंदबाजी अगले स्तर पर पहुंच गई." और यहीं से उन्होंने खुद को एक जेनुइन ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया.
टेस्ट डेब्यू और विराट कोहली का विकेट
2019 में उन्हें भारत दौरे के लिए साउथ अफ्रीका की टेस्ट टीम में चुना गया। इसी दौरे के विशाखापत्तनम टेस्ट में उन्होंने डेब्यू किया और अपने पहले ही मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट किया, वह भी कैच और बोल्ड. यह विकेट उनके आत्मविश्वास का प्रमाण था और उन्होंने दिखा दिया कि बड़े मंच से वह नहीं घबराते.
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच जगह बनाना
मुथुसामी को लगातार टीम में जगह नहीं मिल पाई क्योंकि स्पिन विभाग में क़ेशव महाराज की मजबूत मौजूदगी और साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी में गहराई के कारण उन्हें सीमित अवसर मिले. फिर भी वे सेटअप में लगातार बने रहे और हर मौके को मूल्यवान बनाने की कोशिश की, जिसका असर गुवाहाटी टेस्ट की ऐतिहासिक पारी में साफ दिखा.