IND vs ENG, 5th Test Day 5- क्या सिराज की ग़लती पड़ेगी भारी या टीम इंडिया मारेगी बाज़ी?
भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है. इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए, जबकि भारत को 4 विकेट. नई गेंद, ओवरकास्ट मौसम और प्रसिद्ध कृष्णा की वापसी ने उम्मीदें जगा दी हैं. इंग्लैंड जीता तो 123 साल बाद रिकॉर्ड चेज़ करेगा. सिराज की एक चूक भारी पड़ सकती है, लेकिन खेल अभी बाकी है.;
भारत और इंग्लैंड के बीच तेंदुलकर-एंडरसन टेस्ट सिरीज़ का पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच अपने पांचवें और निर्णायक दिन में पहुंच गया है. पिछले चार दिनों में दोनों टीमों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ और अब पांचवें दिन जहां भारत को जीत के लिए चार विकेट की ज़रूरत है वहीं इंग्लैंड को केवल 35 रन ही चाहिए लिहाजा मैच का पलड़ा इंग्लिश टीम की ओर झुका हुआ दिखता है.
जिस तरह क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है उसी तरह इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इस मैच को जीतने और सिरीज़ को 2-2 से बराबरी करने की टीम इंडिया भी उतनी ही संभावना है जितनी इंग्लैंड के जीतने की. बशर्ते टीम इंडिया के गेंदबाज़ पांचवें दिन की सुबह पूरे अनुशासन के साथ गेंदबाज़ी करें.
नई गेंद कर सकती है करामात
यहां एक बात और अहम है कि भारत के क़रीब 76 ओवरों की गेंदबाज़ी हो चुकी है तो शुभमन अपने गेंदबाज़ों के लिए महज़ चार ओवरों बाद ही नई गेंद ले सकते हैं. यह इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाज़ों के लिए मुसीबत ला सकता है क्योंकि फिलहाल ओवल में ओवरकास्ट कंडीशन है और जब आसमान पर बादल हों तो इंग्लैंड में पिच पर गेंद स्विंग करती नज़र आती है. ऐसे में नई गेंद से सिराज, आकाश दीप औऱ प्रसिद्ध कृष्णा की स्विंग गेंदों को क्या इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाज़ झेल सकेंगे?
क्या सिराज की ग़लती पड़ेगी भारी?
मैच के चौथे दिन की सुबह लंच से पहले तब इंग्लैंड का स्कोर 137/3 था और हैरी ब्रूक 21 गेंदों पर 19 रन बनाकर खेल रहे थे. यहां भारत के पास मैच को अपने पक्ष में मोड़ने का बहुत अच्छा मौक़ा था. पर मोहम्मद सिराज की एक फील्डिंग चूक मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बन गई. तब प्रसिद्ध कृष्णा 35वां ओवर डालने आए थे. कृष्णा ने पहली गेंद शार्ट डाली और ब्रूक ने उसे डीप फ़ाइन लेग बाउंड्री पर ऊंचा खेला जिसे मोहम्मद सिराज ने लपक लिया लेकिन इसी दौरान उनका पैर बाउंड्री रोप से टकरा गया.
सिराज को ख़ुद इस चूक का अहसास था और वो अपना मुंह ढके इस ग़लती पर अफ़सोस करते दिखे. कैमरे पर मैदान में हुई इस ग़लती को बार बार दिखाया गया. वहीं कैमरे ने कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर के निराश चेहरे और उनकी प्रतिक्रिया को भी बार बार दिखाया. तो इंग्लैंड ऐंड वेल्स क्रिकेट के एक्स हैंडल से भी इस मोमेंट का वीडियो पोस्ट किया जिस पर लिखा गया, “आउट? छक्का? सिराज ने क्या किया है.”
बेशक सिराज इस सिरीज़ में भारत की ओर से सबसे अधिक 159.1 ओवर गेंदबाज़ी कर सर्वाधिक 19 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, पर यह कैच भारत को बहुत महंगा पड़ा क्योंकि हैरी ब्रूक ने शतक जमा दिया और जो रूट के साथ चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी निभा कर इंग्लैंड को मैच में वापस ले आए.
उतार-चढ़ाव भरा मैच
ओवल में चल रहा यह टेस्ट मैच भी इस पूरी सिरीज़ की तरह ही अब तक बहुत उतार चढ़ाव वाला रहा है. भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी पहली पारी में 224 रन बनाए तो इंग्लैंड की टीम ने 247 रन और केवल 23 रनों की छोटी सी बढ़त हासिल कर सकी. वहीं दोनों टीमों की पहली पारी दूसरे दिन ही समाप्त हो गई और भारत ने दूसरे ही दिन 52 रनों की बढ़त भी बना ली.
तीसरे दिन यशस्वी जायसवाल के शतक; आकाश दीप, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के अर्धशतकों की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का लक्ष्य रखा. फिर उसी शाम सिराज ने इंग्लैंड के ओपनर ज़ैक क्राउली को बोल्ड कर दिया तो चौथी सुबह कप्तान ओली पोप को एलबीडब्ल्यू आउट कर इंग्लैंड के लिए मुश्किलें बढ़ा दीं. लेकिन जो रूट और हैरी ब्रुक ने चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी निभा कर भारत के हाथों से मैच को लगभग छीन लिया. दोनों बल्लेबाज़ों ने शतक जमाए.
प्रसिद्ध कृष्णा ने जगाई उम्मीदें
पर ब्रुक को आकाश दीप के आउट करने के बाद प्रसिद्ध कृष्णा ने जब लगातार दो ओवरों में जैकब बेथल और जो रूट को आउट किया तो भारत की जीत की उम्मीदें एक बार फिर जाग गईं. हालांकि टी ब्रेक के बाद आई बारिश की वजह से चौथे दिन का खेल समय से पहले ही ख़त्म करना पड़ा.
रूट बोले- हेवी रोलर होगा निर्णायक
हालांकि जो रूट ने चौथे दिन मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि पांचवें दिन हेवी रोलर बड़ा निर्णायक होगा. रूट ने कहा, "जब भी इंग्लैंड ने सिरीज़ में हेवी रोलर का इस्तेमाल किया है, यह उसके लिए फ़ायदेमंद रहा है. इसने अब तक पूरे खेल में असर डाला है. पांचवें दिन इसमें कोई बदलाव आता है या नहीं, यह तो हम देखेंगे, लेकिन उम्मीद है कि यह हमारे पक्ष में काम करेगा और हम मैच को आसानी से जीत लेंगे."
बेशक रूट ने तो जीत की घोषणा कर दी है और जितने रन (35) इंग्लैंड को बनाने हैं उसे देखते हुए और भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह की ग़ैर-मौजूदगी को देखते हुए चार विकेट चटकाना आसान नहीं दिखता है. फिर भी इस मैच में पल-पल होते नाटकीय परिवर्तन को देखते हुए पांचवें दिन की सुबह भी कुछ वैसा ही हो जैसा कि भारत में क्रिकेट के चाहने वाले सभी चाहते हैं तो इसमें हैरानी नहीं होगी.
अगर जीता इंग्लैंड तो 123 साल बाद टूटेगा ये रिकॉर्ड
इंग्लैंड को यह मैच जीतने के लिए कुल 374 रनों का रिकॉर्ड लक्ष्य सामने रखा है. अगर इंग्लैंड की टीम जीत गई तो ओवल के मैदान पर चेज़ का नया इतिहास बनेगा. ओवल पर 1902 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ चौथी पारी में 263 रन चेज़ कर जीत हासिल की थी. तब से इस मैदान पर कोई और टीम इससे बड़े स्कोर को चेज़ नहीं कर सकी है. यानी इंग्लैंड जीता तो 123 साल पुराना अपना ही रिकॉर्ड तोड़ देगा.