पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने Live शो के दौरान कश्मीर को लेकर ऐसा क्या कह दिया कि मच गया बवाल- Video Viral
कोलंबो में चल रहे महिला वनडे वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर विवादों में घिर गईं. श्रीलंका और पाकिस्तान के मैच में कमेंट्री करते हुए मीर ने नतालिया परवेज़ का जिक्र करते समय राजनीतिक रूप से संवेदनशील टिप्पणी कर दी. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि 39 वर्षीय मीर ने खुद को सुधारते हुए कहा कि नतालिया ‘आज़ाद कश्मीर’ से हैं, पाकिस्तान-व्यवस्थित कश्मीर के बजाय.;
प्रेमदासा स्टेडियम में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच महिला विश्व कप मैच के दौरान पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने टिप्पणी करते हुए नतालिया परवेज़ को 'आज़ाद कश्मीर की खिलाड़ी' बताते हुए विवाद खड़ा कर दिया. मीर ने कहा कि परवेज़ भले ही पाकिस्तान क्वालिफ़ायर्स जीत चुकी हैं, लेकिन कई खिलाड़ी अभी भी नए हैं और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जगह बनाने के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
मीर ने यह भी बताया कि परवेज़ ज्यादातर क्रिकेट लाहौर में खेलती हैं और दूरदराज के इलाक़ों से आने वाले खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर तक पहुxचना आसान नहीं होता. इस बयान ने भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेट में पहले से चल रहे तनाव को और बढ़ा दिया है.
सना मीर ने क्या कहा
सना मीर ने कमेंट्री में कहा कि 'हां, उन्होंने क्वालिफ़ायर्स तो जीत लिया है, लेकिन इनमें से कई खिलाड़ी नए हैं. नतालिया, जो कश्मीर, आज़ाद कश्मीर से आती हैं, ज्यादातर क्रिकेट लाहौर में खेलती हैं. उन्हें अपना अधिकतर क्रिकेट खेलने के लिए लाहौर आना पड़ता है.'मीर हाल ही में ICC हॉल ऑफ़ फ़ेम में शामिल होने वाली पहली पाकिस्तानी महिला क्रिकेटर बनी हैं.
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट में बढ़ते विवाद
महिला विश्व कप के आगामी मैच से पहले, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारतीय महिला टीम को निर्देश दिया है कि वे पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हैंडशेक नीति का पालन न करें. बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने BBC स्टंप्ड से कहा कि 'भारत कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ वह मैच खेलेगा, और सभी क्रिकेट प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. मैं केवल यह भरोसा दे सकता हूँ कि क्रिकेट के एमसीसी नियमों में जो कुछ भी है, वह किया जाएगा. हाथ मिलाने या गले मिलने के मामले में, इस समय मैं आपको कुछ भी सुनिश्चित नहीं कर सकता.'
पुरुष टीम के एशिया कप विवाद की तर्ज़ पर
इस नीति का पालन पुरुष टीम ने पहले ही एशिया कप में किया था, जब भारतीय खिलाड़ी, जिसमें सूर्यकुमार यादव भी शामिल थे, पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाए. उस टूर्नामेंट में पुरुष टीम ने ट्रॉफी और विजेताओं के मेडल लेने से भी इनकार किया था. BCCI का यह कदम सुनिश्चित करता है कि महिला टीम भी पुरुष टीम की तरह ही उच्च स्तरीय मुकाबलों में समान प्रोटोकॉल अपनाए.