Dhruv Jurel ने रचा इतिहास, South Africa A के खिलाफ दोनों पारियों में ठोका शतक; पंत क्या फिर हो गए चोटिल?
ध्रुव जुरेल ने भारत A बनाम दक्षिण अफ्रीका A मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर इतिहास रच दिया. वह नमन ओझा के बाद यह कारनामा करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने. ऋषभ पंत चोट लगने के बाद लौटे और 65 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली. भारत A ने 416 रन की विशाल बढ़त के साथ मैच पर मजबूत पकड़ बनाई. जुरेल ने पहली पारी में नाबाद 132 रन, जबकि दूसरी पारी में नाबाद 127 रन बनाए.;
Dhruv Jurel centuries in both innings, India A vs South Africa A: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे भारत A और दक्षिण अफ्रीका A के बीच चार दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट में युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. उन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया. ऐसा करने वाले वह भारत A के सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने हैं. इससे पहले यह कारनामा नमन ओझा ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया A के खिलाफ ब्रिस्बेन में 219* और 101* रन बनाकर किया था.
पहले मैच में भी शतक जमाने वाले जुरेल ने इस मुकाबले की दोनों पारियों में शतक जड़कर अपने क्लास और धैर्य का परिचय दिया. उन्होंने कप्तान ऋषभ पंत के चोटिल होकर रिटायर होने के बाद क्रीज पर कदम रखा और बेहद संयम के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया. उन्होंने 159 गेंदों में शतक पूरा किया और 15 चौकों व एक छक्के की मदद से नाबाद 127 रन पर पहुंचे, जिसके बाद भारत A ने तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी 382/7 पर घोषित कर दी.
पहली पारी में भारत A ने 255 रन बनाए थे, जबकि दक्षिण अफ्रीका A की टीम 221 रन पर सिमट गई थी. तीसरे दिन के खेल तक भारत A की कुल बढ़त 416 रन की हो गई थी.
पंत की चोट से बढ़ी चिंता, फिर लौटे धमाकेदार अंदाज़ में
टीम के लिए थोड़ी चिंता की बात तब बनी जब कप्तान ऋषभ पंत को दक्षिण अफ्रीका A के तेज गेंदबाज़ त्शेपो मोराकी की गेंद पर तीन बार चोट लगी- पहले हेलमेट पर, फिर कोहनी पर और उसके बाद पेट पर... जिसके बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा. टीम के फिजियो ने बताया कि उनकी स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और ज़रूरत पड़ने पर ही उन्हें दोबारा बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा.
हालांकि, पंत ने बाद में शानदार वापसी की और 54 गेंदों में 65 रन की तेज़ पारी खेली, जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल थे. वह पारी के अंतिम गेंद पर आउट हुए, जिसके बाद भारत A ने पारी घोषित की.
जुरेल की उपलब्धि- टेस्ट टीम के लिए बड़ा संकेत
जुरेल की यह उपलब्धि न सिर्फ भारत A के लिए बल्कि उनके व्यक्तिगत करियर के लिए भी एक मील का पत्थर है. लाल गेंद क्रिकेट में उनका आत्मविश्वास और निरंतर प्रदर्शन यह दिखाता है कि वे भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य के लिए एक मजबूत दावेदार हैं.