भारत ने महिला स्वास्थ्य अभियान 'स्वस्थ नारी', 'सशक्त परिवार' के तहत बनाए तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
जेपी नड्डा ने बताया कि इस कैंपिंग के प्रयासों ने भारत को एक साथ तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह दिलाई है. यह अचीवमेंट न केवल भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक नई पहचान बनी है.;
भारत ने महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स हैंडल पर यह जानकारी शेयर की कि देश ने 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान के तहत तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं. यह देश की स्वास्थ्य प्रणाली और जनभागीदारी के क्षेत्र में एक नई मिसाल बन गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलाया गया था. इसे पोषण माह (Nutrition Month) के साथ जोड़ा गया ताकि महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य पर एक साथ काम किया जा सके. इस अभियान का लक्ष्य केवल बीमारियों का इलाज करना नहीं, बल्कि निवारक स्वास्थ्य सेवा यानी रोकथाम पर ध्यान देना था. इसके तहत देश के हर जिले में महिला स्वास्थ्य से जुड़ी विशेष पहलें की गईं, जिनमें मुफ्त स्वास्थ्य जांच, पोषण परामर्श, स्वच्छता, टीकाकरण और मातृत्व देखभाल जैसी सेवाएं शामिल थीं.
तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का गौरव
जेपी नड्डा ने बताया कि इस कैंपिंग के प्रयासों ने भारत को एक साथ तीन गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह दिलाई है. यह अचीवमेंट न केवल भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक नई पहचान बनी है, बल्कि यह दिखाती है कि जब सरकार, स्वास्थ्यकर्मी और नागरिक मिलकर काम करते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है.
ये रिकॉर्ड कई श्रेणियों में बने हैं:
सबसे अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का विश्व रिकॉर्ड
सबसे अधिक लोगों को एक साथ स्वास्थ्य जांच सेवाएं प्रदान करने का रिकॉर्ड
सबसे व्यापक सामुदायिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान का रिकॉर्ड
आंकड़े जो बताते हैं सफलता की कहानी
मंत्री ने जानकारी दी कि इस अवधि के दौरान देश के हर जिले में 19.7 लाख से अधिक हेल्थ कैंप लगाए गए. इन कैंपो में 11 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और किशोरियां थी. इन शिविरों में बीपी, एनीमिया, डायबिटीज, ब्रेस्ट कैंसर और प्रजनन स्वास्थ्य की जांच की गई. इसके साथ-साथ नुट्रिशन काउन्सलिंग और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर भी सेशन ऑर्गनाइज किए गए. कई जगहों पर महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई.
मंत्री ने दिया महिलाओं को क्रेडिट
जेपी नड्डा ने अपनी पोस्ट में कहा, 'यह रिकॉर्ड तोड़ अचीवमेंट स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार और विकसित भारत की दिशा में एक गौरवपूर्ण कदम है.' उन्होंने इसे एक सामूहिक प्रयास बताया जिसमें डॉक्टर, नर्स, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कर्मी और स्थानीय समुदायों ने मिलकर काम किया. उन्होंने आगे कहा कि एक स्वस्थ और विकसित भारत की नींव महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अच्छे स्वास्थ्य से ही रखी जा सकती है. इस अभियान ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत अब न केवल इलाज करने में बल्कि बीमारियों को रोकने में भी विश्व नेतृत्व स्थापित कर रहा है.