'यहां पेशाब न करें'... चेतावनी के बावजूद सुंदर दीवार को गीला करते दो पुरुषों की तस्वीर वायरल, सोशल पर मचा हल्ला
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी. कुछ में गुस्सा और निराशा, तो कुछ में हास्य और व्यंग्य झलकता है. एक यूज़र ने लिखा, 'इस तरह की चेतावनी अब जुर्माना नहीं, बल्कि चुनौती जैसी लगती है. देखो;
वाराणसी से सामने आई एक दिल दहला देने वाली और सोचने पर मजबूर करने वाली तस्वीर ने सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छेड़ दी है. यह तस्वीर साफ़ तौर पर दिखाती है कि कैसे सरकारी जागरूकता अभियान और जनता के असली व्यवहार के बीच गहरी खाई अब भी बनी हुई है. इस तस्वीर को एक यूज़र ने 'बनारस में आज एक दोस्त की ओर से' लिखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स अकाउंट पर शेयर किया. इसमें देखा जा सकता है कि दो आदमी खुलेआम एक दीवार के पास पेशाब कर रहे हैं, जबकि उसी दीवार पर साफ़-साफ़ लिखा है- कृपया यहां पेशाब न करें पकड़े जाने पर 500 रुपये का जुर्माना.... नगर निगम, वाराणसी.'
यह चेतावनी सिर्फ़ शब्दों में नहीं, बल्कि एक खूबसूरत पेंटिंग के रूप में लिखी गई थी, जिसमें फूल, तितलियां और शौचालय का इस्तेमाल करता एक व्यक्ति बना हुआ है. यह पेंटिंग स्वच्छ भारत मिशन का हिस्सा है, जिसका मकसद शहरों में स्वच्छता और शालीनता को बढ़ावा देना है. लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि पेंटिंग की सुंदरता और मैसेज, दोनों को ही लोगों ने पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया.
चेतावनी की दीवार, पर उदासीनता का नज़ारा
यह तस्वीर सिर्फ़ दो लोगों की हरकत नहीं दिखाती, बल्कि हमारे समाज की सार्वजनिक जगहों के प्रति लापरवाही और असंवेदनशीलता को उजागर करती है. दीवार पर बने सुंदर चित्र को देखकर किसी को भी वहां गंदगी फैलाने की इच्छा नहीं होनी चाहिए थी, मगर तस्वीर इसके उलट कहानी कहती है. विडंबना यह है कि तस्वीर के नीचे कूड़ा-कचरा, फेंके हुए नारियल और गंदगी दिखाई देती है, जो साफ़ दिखाता है कि इलाके का रखरखाव भी बेहद खराब है. यह दृश्य साफ़ तौर पर बताता है कि सिर्फ पेंटिंग या स्लोगन से नहीं, बल्कि सही नागरिक व्यवहार और सख्त निगरानी से ही बदलाव संभव है.
इंटरनेट पर उठे सवाल और गुस्सा
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी. कुछ में गुस्सा और निराशा, तो कुछ में हास्य और व्यंग्य झलकता है. एक यूज़र ने लिखा, 'इस तरह की चेतावनी अब जुर्माना नहीं, बल्कि चुनौती जैसी लगती है. देखो, पकड़े बिना करके दिखाओ!.' दूसरे यूज़र ने लिखा, 'यह सिर्फ़ भारत में ही संभव है. इतने सुंदर पेंटिंग के बावजूद लोग खुद को रोक नहीं पाते.' कई लोगों ने कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की. एक ने लिखा, 'यह वाकई दयनीय है. इस देश में जब तक सख्त जुर्माना और कानूनी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक आदतें नहीं बदलेंगी.' एक अन्य व्यक्ति ने इन पुरुषों के नागरिक मूल्यों पर सवाल उठाते हुए लिखा, 'क्या इन्हें इतना भी ज्ञान नहीं कि यह गलत है? क्या ये लोग समझते नहीं कि यह शहर की छवि बिगाड़ रहा है?.'