डॉ. संपदा मुंडे आत्महत्या केस: मकान मालिक गिरफ्तार और आरोपी अधिकारी निलंबित, अबतक क्या-क्या हुआ?
महाराष्ट्र के सतारा जिले में डॉक्टर संपदा मुंडे ने आत्महत्या कर दी. सुसाइड नोट में उन्होंने पुलिस उपनिरीक्षक पर चार बार बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया. इसके अलावा, एक सांसद और उनके निजी सहायकों द्वारा धमकी देने का भी खुलासा किया. पुलिस ने मकान मालिक प्रशांत बनकर को गिरफ्तार किया है, जबकि आरोपी अधिकारी निलंबित हैं. मामले की जांच जारी है और राजनीतिक और सामाजिक रूप से गहरी बहस शुरू हो गई है.
महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटण उपजिला अस्पताल में कार्यरत 26 वर्षीय डॉक्टर संपदा मुंडे ने गुरुवार देर रात फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. उनके हाथ की हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में पुलिस उपनिरीक्षक गणेश बडने पर चार बार बलात्कार और लगातार मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है. इस घटना ने मेडिकल और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है.
सुसाइड नोट में डॉक्टर ने लिखा कि उन्हें आरोपी व्यक्तियों के लिए झूठे फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए लगातार दबाव डाला गया. जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया, तो उन्हें धमकाया गया और कभी-कभी सांसद के व्यक्तिगत सहायकों के माध्यम से फोन पर भी धमकी दी गई. डॉक्टर ने बताया कि यह दबाव महीनों तक जारी रहा.
सांसद पर धमकाने का आरोप
डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में कहा कि एक सांसद के दो निजी सहायक उन्हें अस्पताल लेकर आए और उनसे फोन पर बातचीत करवाई. उन्होंने बताया कि सांसद ने अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें धमकाया. यह मामला केवल पुलिस उत्पीड़न तक सीमित नहीं था, बल्कि राजनीतिक दबाव और उच्च पदस्थ अधिकारियों की मिलीभगत का भी संकेत देता है.
मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न
डॉ. संपदा ने सुसाइड नोट में लिखा कि बडने ने उन्हें पांच महीने तक लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया. इसके अलावा, उनके मकान मालिक प्रशांत बनकर ने भी पीजी रूम में रहते हुए उन्हें परेशान किया. उन्होंने लिखा कि सुरक्षा के अभाव और लगातार उत्पीड़न के कारण वह अब और सहन नहीं कर सकती.
पुलिस पर लगाए आरोप
परिवार और रिश्तेदारों के अनुसार, डॉक्टर ने पहले भी एसपी और डीएसपी को शिकायतें दी थीं. बावजूद इसके, किसी भी अधिकारी ने गंभीर कार्रवाई नहीं की. उन्होंने यह भी लिखा कि जब उन्होंने सुरक्षा की मांग की, तो कोई मदद नहीं मिली. प्रशासन की यह निष्क्रियता डॉक्टर के तनाव का मुख्य कारण बनी.
मकान मालिक प्रशांत गिरफ्तार
डॉक्टर की मौत के बाद पुलिस ने मकान मालिक प्रशांत बनकर को गिरफ्तार किया है. पुलिस उपनिरीक्षक गणेश बडने और अन्य फरार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपी पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. सतारा पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द पकड़ने का दावा किया गया है.
कांग्रेस ने लगाए आरोप
डॉक्टर की मौत ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया. कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह पुलिस अधिकारियों को संरक्षण दे रही है और महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न बढ़ा है. पार्टी ने कहा कि जब पुलिस खुद अपराध में शामिल हो, तो न्याय कैसे सुनिश्चित होगा. वहीं BJP नेता चित्रा वाघ ने मामले की गहन जांच की पुष्टि की और सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया.
महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल
डॉक्टर संपदा मुंडे का अंतिम संस्कार वडवानी तालुका के कवड़गांव में भावपूर्ण माहौल में हुआ. परिवार, मित्र और ग्रामीण घटना से गहरे दुखी हैं. सोशल मीडिया और मीडिया में भी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. इस मामले ने मेडिकल और प्रशासनिक महकमे की खामियों और महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.





