मराठी पर रार! सुशील केडिया ने ऐसा क्या कह दिया कि राज ठाकरे के 'गुंडों' ने ऑफिस में मचाया तांडव, Video Viral
मुंबई में भाषा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. एक बार फिर मराठी बनाम हिंदी का मुद्दा गरमा गया है. इस बार विवाद की चपेट में आए हैं वर्ली के जाने-माने बिजनेसमैन सुशील केडिया, जिनका ऑफिस महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने तहस-नहस कर दिया. वजह बनी सोशल मीडिया पर उनकी एक पोस्ट जिसमें उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे मराठी भाषा नहीं सीखेंगे.;
मुंबई में भाषा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. एक बार फिर मराठी बनाम हिंदी का मुद्दा गरमा गया है. इस बार विवाद की चपेट में आए हैं वर्ली के जाने-माने बिजनेसमैन सुशील केडिया, जिनका ऑफिस महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने तहस-नहस कर दिया. वजह बनी सोशल मीडिया पर उनकी एक पोस्ट जिसमें उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे मराठी भाषा नहीं सीखेंगे.
यह घटना तब घटी जब सुशील केडिया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक विवादित बयान दिया, जिसके बाद गुस्साए MNS कार्यकर्ताओं ने वर्ली स्थित उनके ऑफिस पर हमला बोल दिया. वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार्यकर्ता ऑफिस गेट पर पत्थरबाजी करते दिख रहे हैं जबकि एक सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने की कोशिश कर रहा है.
सोशल मीडिया पोस्ट से भड़का विवाद
सुशील केडिया ने अपने पोस्ट में लिखा था कि मैं मुंबई में 30 साल रहने के बाद भी मराठी ठीक से नहीं जानता और आपके घोर दुर्व्यवहार के कारण मैंने यह संकल्प लिया है कि जब तक आप जैसे लोग मराठी मानुस की देखभाल करने का दिखावा करते रहेंगे, तब तक मैं मराठी नहीं सीखूंगा. क्या करना है बोल? उनका यह बयान MNS के कार्यकर्ताओं को नागवार गुज़रा, और देखते ही देखते इसका जवाब तोड़फोड़ से मिला.
ऑफिस में जबरदस्त तोड़फोड़, वीडियो वायरल
तोड़फोड़ की घटना का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. वीडियो में MNS कार्यकर्ता एक के बाद एक जोरदार तरीके से ऑफिस के दरवाज़े पर हमला करते दिखे. कार्यकर्ताओं के चेहरों पर गुस्सा साफ झलक रहा था. सुरक्षाकर्मी के बावजूद वे पीछे हटने को तैयार नहीं थे. विवाद गहराने के बाद सुशील केडिया ने एक्स पर एक वीडियो माफीनामा जारी किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह की स्थिति बनी थी, उसकी वजह से मानसिक तनाव में था. मेरा इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था.
बढ़ते भाषा टकराव से राजनीतिक गलियारों में हलचल
यह घटना ऐसे वक्त सामने आई है जब महाराष्ट्र में हिंदी बनाम मराठी भाषा को लेकर माहौल पहले से ही संवेदनशील बना हुआ है. इससे पहले भी भाषा को लेकर कई बार राजनीतिक दलों और आम लोगों के बीच टकराव देखने को मिला है.MNS हमेशा से मराठी भाषा और मराठी मानुस की पहचान को लेकर मुखर रही है, और अब यह मामला राजनीतिक बहस का नया केंद्र बनता दिख रहा है.