कौन हैं UN में पाकिस्‍तान को उसकी औकात दिखाने वाले भारतीय अधिकारी पी हरीश?

राजदूत पी हरीश 1990 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं. हाल ही में, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर करारा जवाब देकर सुर्खियां बटोरीं. जिसके बाद पी हरीश सुर्खियों में आ गए हैं तो आइए जानते है पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाने वाले भारतीय अधिकारी पी. हरीश के बारे में....;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 25 March 2025 5:43 PM IST

Who is P Harish: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने उसे कड़ा जवाब देते हुए उसे उसकी औकात दिखा दी है. भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत हरीश पी ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बार-बार झूठे दावे करने से सच्चाई नहीं बदल सकती. उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.

राजदूत हरीश पी ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, 'पाकिस्तान बार-बार हमारे जम्मू और कश्मीर पर बेबुनियाद और अनावश्यक बयान देता है. ये झूठे दावे न तो उसके कब्जे को वैध ठहरा सकते हैं, न ही उसकी आतंकवाद फैलाने की नीति को उनके इस बयान के बाद से वह सुर्खियों में आ गए हैं. भारत ने अपने बयान में साफ कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है और उसे यह क्षेत्र खाली करना ही होगा. हरीश पी ने पाकिस्तान को नसीहत दी कि वह छोटी सोच और नफरत फैलाने की नीति छोड़कर शांति की दिशा में कदम बढ़ाए. अब आइए इस खबर में राजदूत हरीश पी के बारे में जानते हैं...

POK वाले मुद्दे पर पी हरीश के बारे में....

राजदूत पी हरीश का पूरा नाम पार्वथानेनी हरीश है जो एक भारतीय राजनयिक है. जिन्होंने कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. 1990 बैंच के भारतीय विदेश सेवा IFS अधिकारी हरीश अपने बेबाक और कूटनीतिक रणनीतियों के लिए जाने जाते हैं हाल ही में पी हरीश ने POK वाले मुद्दे पर कड़ा जवाब दिया है जिसके बाद सुर्खियों में आ गए हैं.

पी हरीश की शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

पी हरीश ने पढ़ाई लिखाई, उस्मानिया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, हैदराबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्वर्ण पदक के साथ स्नातक किया. भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), कलकत्ता से उच्च शिक्षा प्राप्त की. काहिरा के अमेरिकी विश्वविद्यालय से अरबी भाषा में विशेष प्रशिक्षण लिया और उत्कृष्टता के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. 1990 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए. काहिरा (मिस्र) और रियाद (सऊदी अरब) स्थित भारतीय मिशनों में काम किया.

पी हरीश विदेश मंत्रालय और विशेष पदों पर कार्यकाल की बात करे तो 2007 से 2012 तक उन्होंने भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति के संयुक्त सचिव और विशेष कार्य अधिकारी रहे. जिसके बाद 4 साल तक अमेरिका के ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्यदूत के रूप में सेवा दी, जहां उन्होंने दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम अमेरिका के आठ राज्यों को कवर किया.

वहीं 2016 से 2019 तक वियतनाम में भारत के राजदूत रहे, जहां उन्होंने भारत-वियतनाम संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुंचाया. 2021-2024: जर्मनी में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया, जहाँ उनके कार्यकाल में हरित और सतत विकास साझेदारी की शुरुआत हुई. विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (आर्थिक संबंध) के रूप में कार्य किया और भारत के G-20, G-7, BRICS और IBSA शेरपा रहे.

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