कौन है नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम खान? दिया था भड़काऊ भाषण; पुलिस ने किया गिरफ्तार
नागपुर हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम खान को लेकर पुलिस ने खुलासा किया है. उस पर 500 लोगों को भड़काने, पत्थरबाजी कराने और पुलिसकर्मियों पर हमला करवाने का आरोप है. गृह मंत्रालय का दावा है कि यह हिंसा कश्मीर पैटर्न पर हुई. पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और संवेदनशील इलाकों में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. पुलिस ने फहीम को गिरफ्तार कर लिया है.;
नागपुर में हुई हिंसा को लेकर पुलिस और गृह मंत्रालय ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार, इस घटना का मास्टरमाइंड फहीम खान है, जिसने 500 से अधिक लोगों को उकसाकर पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्र किया. इस हिंसा के दौरान पुलिस पर भारी पत्थरबाजी की गई, जिससे कई लोग घायल हुए.
गृह मंत्रालय ने दावा किया है कि इस पत्थरबाजी की रणनीति कश्मीर में होने वाली घटनाओं से मिलती-जुलती थी. अब इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया है.
कौन है फहीम खान?
पुलिस के अनुसार, वह माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है और नागपुर के यशोधरा नगर के संजय बाग कॉलोनी में रहता है. दर्ज एफआईआर में उसके नाम का उल्लेख है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने हिंसा भड़काने के लिए भड़काऊ भाषण दिया था. इससे पहले, 2024 के लोकसभा चुनाव में उसने भाजपा नेता नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, हालांकि उसे भारी मतों से हार का सामना करना पड़ा.
हमलावरों के पास थे घातक हथियार
गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, हिंसा के दौरान भीड़ ने न केवल पुलिस पर हमला किया, बल्कि महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश भी की. पुलिस का दावा है कि हमलावरों के पास कुल्हाड़ी, लाठियां, पत्थर और अन्य घातक हथियार थे, जिन्हें उन्होंने खुलेआम लहराया. इस दौरान माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण हो गया, जिससे पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाने की जरूरत पड़ी.
कश्मीर पैटर्न पर हुई थी पत्थरबाजी
महाराष्ट्र गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, नागपुर में हुई यह हिंसा पूरी तरह सुनियोजित थी. पत्थरबाजी का तरीका कश्मीर में होने वाली घटनाओं से मेल खाता है. पुलिस ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि दंगाइयों की पहचान की जा सके.
2000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात
फिलहाल, नागपुर के संवेदनशील इलाकों में 2000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस कमिश्नर रविंद्र कुमार सिंघल ने कहा कि हालात को नियंत्रण में रखने के लिए दंगा नियंत्रण बल (QRT) और अन्य सुरक्षाबलों की भी तैनाती की गई है. पुलिस प्रशासन पर लगातार नजर बनाए हुए है, ताकि नागपुर में फिर से शांति बहाल की जा सके.
यह प्रासंगिक नहीं: औरंगजेब के मुद्दे पर RSS
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर से सवाल पूछा गया कि क्या औरंगजेब आज भी प्रासंगिक है और क्या उसकी कब्र को हटा दिया जाना चाहिए. इसपर उन्होंने कहा कि यह कोई महत्वपूर्ण विषय नहीं है. वहीं, नागपुर हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की हिंसा समाज के लिए हानिकारक होती है. उन्होंने विश्वास जताया कि पुलिस मामले की गहराई से जांच करेगी और आवश्यक कार्रवाई करेगी.