पुलिस 10000 की भीड़ से भिड़ी, हथियारों से लैस था हुजूम... मुर्शिदाबाद हिंसा पर हाईकोर्ट को दी गई रिपोर्ट में बोली बंगाल सरकार
पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट को बताया है कि संशोधित वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा के दौरान पुलिस को करीब 10,000 लोगों की उग्र भीड़ का सामना करना पड़ा. सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ घातक हथियारों से लैस थी और पुलिसकर्मियों को उनके बीच से सुरक्षित निकालना पड़ा.;
West Bengal Violence, Bengal Waqf Law Protest : पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट को बताया है कि संशोधित वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा के दौरान पुलिस को करीब 10,000 लोगों की उग्र भीड़ का सामना करना पड़ा. सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ घातक हथियारों से लैस थी और पुलिसकर्मियों को उनके बीच से सुरक्षित निकालना पड़ा.
रिपोर्ट में कहा गया कि करीब 8,000 से 10,000 लोगों की भीड़ PWD मैदान पर इकट्ठा होनी शुरू हुई. कुछ ही देर में इस भीड़ का एक बड़ा हिस्सा (करीब 5000 लोग) अलग होकर उमरपुर की ओर बढ़ा और नेशनल हाईवे को जाम कर दिया.
भीड़ ने ईंट-पत्थर से पुलिस पर किया हमला
- पुलिस का कहना है कि जैसे ही अधिकारियों ने भीड़ को हटाने की कोशिश की, प्रदर्शनकारियों ने अपशब्द का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और देखते ही देखते मामला हिंसक हो गया.
- भीड़ ने ईंटें और पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
- स्थिति को काबू में लाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल बुलाए गए और लाठीचार्ज तथा आंसू गैस के गोले छोड़े गए.
- पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के पास घातक हथियार थे, जिससे सुरक्षाबलों की जान को गंभीर खतरा था.
- इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. साथ ही कई नागरिक और पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं.
- इलाके में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
- राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में दी गई रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पुलिस ने संवेदनशीलता और संयम के साथ कार्रवाई की और जब स्थिति बेकाबू हो गई, तभी बल प्रयोग किया गया.
दंगाइयों की पहचान कर रही पुलिस
वर्तमान में पुलिस वीडियो फुटेज और चश्मदीद गवाहों के बयान के आधार पर दंगाइयों की पहचान कर रही है. गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है. सरकार ने हाईकोर्ट को आश्वस्त किया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.