VIDEO: बंगाल में मां काली की प्रतिमा को लेकर नया बवाल? BJP का आरोप- ममता की पुलिस ने माता की मुर्ती को जेल की वैन में उठा लिया!
पश्चिम बंगाल में मां काली की प्रतिमा को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पुलिस ने मंदिर से काली मां की मूर्ति को उठा कर जेल की वैन में ले लिया. पुलिस द्वारा मूर्ति उठाने और स्थानीय लोगों को धमकाने के बाद ग्रामीणों के विरोध के चलते मंदिर के द्वार फिर से खोलने पड़े. विपक्ष ने इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ कार्रवाई बताया और प्रशासन पर लापरवाही और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की अवहेलना का आरोप लगाया.;
पश्चिम बंगाल में सुंदरबन के पास काकद्वीप में काली मां की प्रतिमा को कथित तोड़फोड़ का मामला अब सियासी तूफान का रूप ले चुका है. बीजेपी ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर धार्मिक भावनाओं के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला है.
बीजेपी का कहना है कि प्रशासन ने काली मां की प्रतिमा को वैन में उठाकर ले जाकर इस मामले को दबाने की कोशिश की. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है. पार्टी ने कहा कि पुलिस ने स्थिति स्पष्ट कर दी है और कुछ लोग इसे तोड़मरोड़ राजनीति में बदलने की कोशिश कर रहे हैं.
पुलिस और प्रशासन पर आरोप
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "ममता बनर्जी की पुलिस ने मां काली को जेल की वैन में उठा लिया! शर्मनाक, शर्मनाक, इस अपमान से कोई छुप नहीं सकता." उन्होंने प्रशासन पर घटना को दबाने का आरोप भी लगाया और कहा कि "पुलिस ने शुरू में ग्रामीणों को डराया और मंदिर के गेट बंद कर दिए, लेकिन स्थानीय विरोध के बाद उन्हें पुनः खोलना पड़ा."
विपक्ष ने जताई निंदा
विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी ने X पर लिखा, "अपराधियों को गिरफ्तार करने की बजाय काली प्रतिमा को जेल की वैन में ले जाया गया! सात हिंदू रक्षकों को गिरफ्तार किया गया. अब आप जो चाहो कर सकते हो."
केंद्रीय मंत्री ने जताई प्रतिक्रिया
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर कहा, "कट्टरपंथियों के प्रति अनावश्यक रियायत दिखाते हुए असफल मुख्यमंत्री @MamataOfficial और उनके पार्टी नेताओं ने कई बार सनातन हिंदू अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया है. लेकिन पश्चिम बंगाल में इतनी अपमानजनक घटना पहले कभी नहीं देखी गई. उन्होंने आगे कहा, "मां काली की प्रतिमा को जेल की वैन में रखा गया! यह घटना न केवल पूरी तरह निंदनीय है बल्कि हर भक्त को सिर झुकाने पर मजबूर करती है."