अब चुटकियों में मिलेगी 'काम वाली बाई', Urban Company लाई Insta Maids सर्विस, यूजर्स ने कही यह बात

अर्बन कंपनी ने हाल ही में 'इंस्टा मेड' सेवा लॉन्च की है, जो ग्राहकों को मात्र 15 मिनट में घरेलू सहायिका यानी काम वाली बाई उपलब्ध कराती है. यह सेवा ₹49 प्रति घंटे की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है, जिसमें खाना बनाना, सफाई करना, पोछा लगाना जैसी सेवाएं शामिल हैं. हालांकि, इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है.;

( Image Source:  AI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 15 March 2025 7:02 PM IST

Urban Company Insta Maid Service: अब आपको काम वाली बाई ढूंढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि अर्बन कंपनी ने हाल ही में 'इंस्टा मेड' सेवा लॉन्च की है, जो ग्राहकों को मात्र 15 मिनट में घरेलू सहायिका यानी काम करने वाली बाई उपलब्ध कराने का दावा करती है. इस सेवा में खाना बनाना, सफाई करना और पोछा लगाना जैसी सेवाएं शामिल हैं. इस सेवा का लाभ उठाने के लिए आपको 49 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से खर्च करना पड़ेगा.

अर्बन कंपनी ने X पर किए गए एक पोस्ट के जरिए बताया कि इंस्टा मेड सेवा मौजूदा समय में मुंबई के चुनिंदा क्षेत्रों में उपलब्ध है. कंपनी ने यह भी दावा किया कि उसके भागीदारों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा और दुर्घटना कवरेज मिलेगा.

हर घंटे 150 से 180 रुपये की होगी कमाई

कंपनी ने कहा कि हम अपने सेवा भागीदारों के कल्याण के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध हैं. इस नई सेवा के तहत, पार्टनर्स को प्रति घंटे ₹150-180 की कमाई होती है, साथ ही उन्हें मुफ्त स्वास्थ्य बीमा और कार्यस्थल पर जीवन एवं दुर्घटना बीमा भी मिलता है. जो पार्टनर प्रति माह 132 घंटे (22 दिन × 6 घंटे प्रति दिन) काम करते हैं, उन्हें कम से कम ₹20,000 प्रति माह की गारंटी दी जाती है.

'49 रुपये प्रति घंटे की शुरुआती कीमत सीमित समय के लिए' 

अर्बन कंपनी ने आगे कहा, "हमारे ग्राहकों के लिए 49 रुपये प्रति घंटे की शुरुआती कीमत सीमित समय के लिए है. जैसे-जैसे यह सेवा बढ़ेगी, कीमतें समायोजित की जाएंगी, ताकि हमारे भागीदारों को स्थायी आय सुनिश्चित की जा सके और हमारे व्यवसाय के लिए व्यावसायिक रूप से उपयुक्त आर्थिक मॉडल बना रहे."

'इंस्टा मेड भारत में घरेलू काम का भविष्य है'

कंपनी के सह संस्थापक वरुण खेतान ने कहा कि इंस्टा मेड भारत में घरेलू काम का भविष्य है. उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं, जहां घरेलू कामगार औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा होंगे, सभ्य वेतन कमाएंगे और ईमानदार मेहनती पेशेवरों के रूप में उन्हें वह सम्मान मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं.

'अब मेड को भी एप यूज करना सीखना पड़ेगा'

इंस्टा मेड सेवा के लॉन्च होने के बाद, सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. कुछ यूजर्स ने इसे सराहा है, जबकि अन्य ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया. कुछ यूजर्स ने सेवा में मेड शब्द के इस्तेमाल पर भी बहस की. एक यूजर ने कहा- यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है. नवाचार और बकवास के नाम पर सस्ते श्रम का शोषण बंद करें.

दूसरे यूजर ने कहा- अच्छा कदम और सबसे जरूरी. कृपया कीमत के बारे में उदार रहें, ताकि मिडिल क्लास के लोग लंबे समय तक इसे वहन कर सकें. तीसरे यूजर ने कहा- अब मेड को भी एप यूज करना सीखना पड़ेगा.

Similar News