जो दवा जान बचाती है, वही खतरा बन रही, 2025 की आख़िरी मन की बात में बोले पीएम मोदी; पढ़ें 10 बड़ी बातें

साल 2025 के आख़िरी मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने देश की उपलब्धियों के साथ एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता भी सामने रखी. पीएम मोदी ने कहा कि Indian Council of Medical Research (ICMR) की रिपोर्ट के अनुसार एंटीबायोटिक दवाएं धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं, जिसका बड़ा कारण बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन है. उन्होंने लोगों से अपील की कि एंटीबायोटिक को हल्के में न लें. यह चेतावनी सिर्फ मेडिकल नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य से जुड़ा अहम संदेश है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On :

साल 2025 के आख़िरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब देश से बात कर रहे थे, तो उनके शब्दों में सिर्फ उपलब्धियों का उत्सव नहीं था, बल्कि एक पिता जैसी चिंता भी साफ झलक रही थी. साल के आख़िरी दिनों में, जब 2026 की दस्तक सुनाई देने लगी है, प्रधानमंत्री ने बीते साल की उन तस्वीरों को सामने रखा, जिन पर देश को गर्व है लेकिन उसी सांस में उन्होंने एक ऐसी चेतावनी भी दी, जो हर घर, हर परिवार और हर मरीज से सीधे जुड़ी है.

प्रधानमंत्री ने एंटीबायोटिक दवाओं को लेकर जो बात कही, वह किसी सरकारी रिपोर्ट से ज्यादा हमारे रोज़मर्रा के व्यवहार पर सवाल है. उन्होंने साफ कहा कि हम भारतीय बिना सोचे-समझे, बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक लेने लगे हैं. नतीजा यह हो रहा है कि वही दवाएं, जो कभी जान बचाती थीं, अब धीरे-धीरे असर खोती जा रही हैं. यह सिर्फ मेडिकल चिंता नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य से जुड़ा खतरा है.

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मन की बात की 10 बड़ी बातें

  1. एंटीबायोटिक पर सबसे बड़ी चेतावनी: पीएम मोदी ने बताया कि ICMR की रिपोर्ट के अनुसार निमोनिया और UTI जैसी आम बीमारियों में भी एंटीबायोटिक पहले जैसा असर नहीं दिखा रहीं. वजह साफ है बिना जरूरत और बिना सलाह दवाओं का सेवन.
  2. दवाई भी जिम्मेदारी से खानी होती है: प्रधानमंत्री ने लोगों से सीधा आग्रह किया कि कोई भी दवा, खासकर एंटीबायोटिक, डॉक्टर की सलाह के बिना न लें. यह लापरवाही आज छोटी लगती है, लेकिन कल जानलेवा साबित हो सकती है.
  3. 2025 की शुरुआत गर्व से: पीएम ने कहा कि साल 2025 ने भारत को कई ऐसे पल दिए, जिन पर हर नागरिक को गर्व हुआ. देश ने एकजुट होकर कई मोर्चों पर अपनी ताकत दिखाई.
  4. ऑपरेशन सिंदूर और भारत की सुरक्षा: प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने देखा कि भारत अब अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करता. विदेशों में भी भारत माता के प्रति सम्मान और भावना साफ नजर आई.
  5. खेलों में भारत की ऐतिहासिक छलांग:
    2025 खेलों के लिहाज़ से भी ऐतिहासिक रहा. पुरुष क्रिकेट टीम की चैंपियंस ट्रॉफी जीत, महिला टीम का पहला वर्ल्ड कप और विमेंस ब्लाइंड वर्ल्ड कप में बेटियों की जीत ने देश का सिर ऊंचा किया.
  6. विज्ञान और अंतरिक्ष में नई उड़ान: भारत ने इस साल साइंस और स्पेस के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक भारतीय पहुंच, पर्यावरण संरक्षण की पहल और चीतों की बढ़ती संख्या इसी का हिस्सा रही.
  7. कुंभ और राम मंदिर:
    प्रधानमंत्री ने कहा कि 2025 में कुंभ मेले ने दुनिया को भारत की आस्था, संस्कृति और आयोजन क्षमता से हैरान कर दिया. साल के अंत में राम मंदिर की सेरेमनी हर भारतीय के लिए भावुक क्षण बनी.
  8. भाषा और संस्कृति की मजबूत डोर: काशी तमिल संगमम का ज़िक्र करते हुए पीएम ने कहा कि बच्चों और युवाओं में तमिल भाषा के प्रति बढ़ता आकर्षण भारत की सांस्कृतिक एकता की खूबसूरत मिसाल है.
  9. गांव-गांव से उठती प्रेरक कहानियां: मणिपुर की चोखोने क्रिचेना जैसी महिलाएं, जो पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर स्थानीय समुदायों को सशक्त कर रही हैं, प्रधानमंत्री के लिए असली भारत की पहचान हैं.
  10. इतिहास और विरासत की नई खोज: कश्मीर के बारामूला में मिले बौद्ध स्तूपों के अवशेष और फ्रांस के संग्रहालय में मिली तस्वीर ने यह दिखाया कि भारत का अतीत कितना समृद्ध है और अभी भी कितनी कहानियां ज़मीन के नीचे छुपी हैं.

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