EXCLUSIVE: काम-चलाऊ सुशीला कार्की ‘रबर स्टैंप’ PM, GEN-Z को सरकार में शामिल न करने तक देश जलेगा - नेपाल जनता पार्टी उपाध्यक्ष
नेपाल में GEN-Z आंदोलन फिर भड़क उठा है. नेपाल जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष खेमचंद्र आचार्य ने अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को "रबर स्टैंप PM" बताते हुए आरोप लगाया कि वे भ्रष्ट नेताओं के हाथों में खेल रही हैं और GEN-Z को सरकार में कोई प्रतिनिधित्व नहीं दे रहीं. आचार्य के अनुसार, 70 दिन पहले जिन मुद्दों पर देश जला था, उनमें से एक भी हल नहीं हुआ है. जब तक युवाओं को सत्ता में भागीदारी नहीं मिलेगी, नेपाल में हिंसा और अराजकता यूं ही जारी रहेगी.;
नेपाल में अब से 70 दिन पहले जिस भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया पाबंदी, तानाशाही, बेकाबू राजनीति को लेकर GEN-Z सड़कों पर उतरा था. प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, गृहमंत्री और बाकी सत्ताधारी नेताओं को सड़कों पर नंगा करके दौड़ा-दौड़ा कर पीट-पीटकर लहू-लुहान कर दिया गया था. जिस क्रूरता के साथ युवाओं ने सत्ताधारियों को सिंहासन से घसीट कर सड़क पर ला दिया.
वही सब अब अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के अल्प-कार्यकाल में भी हो रहा है. GEN-Z के बलबूते अंतरिम प्रधानमंत्री बनी सुशीला कार्की के कार्यकाल में भी जेन-जेड के साथ भी न्याय नहीं हुआ है. उन्हें इस अंतरिम सरकार में भी कोई भागीदारी नहीं दी गई. लगता है कि सुशीला कार्की भी कुछ कद्दावर भ्रष्ट नेताओं के हाथों की रबर स्टैंप बनकर रह गई हैं. इसीलिए अब दुबारा 70 दिन बाद ही नेपाल फिर से जलने लगा है.”
भ्रष्ट नेताओं के हाथों में खेल रही हैं सुशीला कार्की
यह तमाम बातें नेपाल की राजधानी काठमांडू में मौजूद खेमचंद्र आचार्य ने कहीं. खेमचंद आचार्य नेपाल जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं. खेमचंद्र आचार्य शुक्रवार (21 नवंबर 2025) को नई दिल्ली में मौजूद स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर इनवेस्टीगेशन से एक्सक्लूसिव बात कर रहे थे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “70 दिन पहले सड़कों पर जिन कारणों के चलते जेन-जेड को उतरकर खून-खराबा करना पड़ा था. उन समस्याओं में से एक का भी समाधान अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की नहीं कर सकी हैं. क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है कि सुशीला कार्की भी रबर स्टैंप बनकर किन्हीं भ्रष्ट नेताओं के हाथों में ही खेल रही हैं.”
तो क्या नेपाल यूं ही जलता रहेगा?
आखिर 70 दिन बाद ही फिर नेपाल क्यों हिंसा की आग में झुलसने लगा. क्यों आपके देश में जेन-जेड पसंद की अंतरिम सरकार और अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के पद पर रहने के बाद भी देश की युवा पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के समर्थकों से भिड़ गए? पूछने पर नेपाल जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष खेमचंद्र आचार्य बोले, “जब तक देश की सरकार में जेन-जेड को प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाएगा, तब तक नेपाल यूं ही जलता रहेगा.”
GEN-Z की सरकार में भागीदारी से ही आएगी शांति
स्टेट मिरर हिंदी के साथ संक्षिप्त एक्सक्लूसिव बातचीत में नेपाल जनता पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष खेमचंद्र आचार्य ने कहा, “मेरे हिसाब से तो देश के युवा ने जिस जोश और उम्मीद के साथ सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया था, उन सभी उम्मीदों पर सुशीला कार्की ने पानी फेर दिया है. जब तक जेन-जेड और मंझे हुए अनुभवी-ईमानदार पॉलिटिशियन की देश में सरकार नहीं बनेगी, तब तक बार-बार नेपाल इसी तरह से जलता रहेगा. नेपाल को बचाने के लिए एक मजबूत चुनी हुई सरकार ही सही रास्ते पर चला सकती है. बशर्ते उस चुनी हुई सरकार में GEN-Z की ईमानदारी के साथ भरपूर भागीदारी-प्रतिनिधित्व तय हो सके.”
फेल हो गई है सुशील सरकार
70 दिन बाद ही आखिर क्यों दुबारा से नेपाल सुलगने लगा? क्या मौजूदा नेपाली अंतरिम सरकार (सुशीला कार्की के प्रधानमंत्रित्व वाली) फेल हो गई है? पूछने पर नेपाल जनता पार्टी (जैसे भारत में भारतीय जनता पार्टी है उसी तरह से नेपाल में नेपाल जनता पार्टी की अहमियत मानी जाती है) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा, “हां, बिलकुल ऐसा ही है. जिन उम्मीदों के साथ नेपाल में जेन जेड ने अंतरिम सरकार का गठन करवा कर सुशीला कार्की के हवाले देश किया था. वे सुशीला कार्की ही अंतरिम सरकार में ही जब जेन जेड को प्रतिनिधित्व नहीं दे सकीं. तब फिर पूर्ण बहुमत से चुनी जाने वाली सरकार में युवा पीढ़ी को हिस्सेदारी मिलेगी? इसकी कोई गारंटी नहीं है.
क्यों ढीला रवैया अपना रही अंतरिम सरकार
इस पर भी दो दिन पहले जब नेपाल में फिर जेन जेड और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के समर्थक सड़कों पर आ गए. तो इसे रोककर देश में कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी तो अंतरिम सरकार यानी सुशीला कार्की की ही है. आखिर क्यों अंतरिम सरकार इस कदर का ढुलमुल रवैया अपना रही है. जिसके चलते उन्हीं पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के समर्थकों से जेन जेड की भीड़ का आमना-सामना हो गया, 70 दिन पहले जिन केपी शर्मा ओली और उनके भ्रष्ट मंत्रियों को अपनी जान बचाने तक के लाले डाल दिए थे, इन्हीं देश के गुस्साए युवाओं ने.”
GEN-Z की भावनाओं के साथ अब भी हो रहा खिलवाड़
नेपाल जनता पार्टी के बेहद सुलझे हुए और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर पैनी पकड़ रखने वाले खेमचंद्र आचार्य कहते हैं, “दरअसल अब जो कुछ मौजूदा अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की कर रही हैं. उसे भी मैं तो जेन जेड की भावनाओं के साथ खुला खिलवाड़ ही कहूंगा. अब अगर नेपाली युवा सड़कों पर उतरा तो अंतरिम सरकार को भी हालात नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा. और तब हमारी इसी कमजोरी का नाजायज फायदा उठाने की कोशिश अमेरिका और चीन-पाकिस्तान जैसे मक्कार देश करेंगे.”