घोड़े की सवारी करने गए थे शुभम, जनाजा बनकर लौटे; आतंकियों की गोली से उजड़ गया ऐशान्या का परिवार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कानपुर निवासी नवविवाहित शुभम द्विवेदी की आतंकियों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी. वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर गए थे. आतंकियों ने नाम पूछकर वारदात को अंजाम दिया. इस घटना ने पूरे गांव और शहर को सदमे में डाल दिया है. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है.;
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में कानपुर के सीमेंट कारोबारी शुभम द्विवेदी की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है. शुभम की शादी दो महीने पहले ही फरवरी में यशोदानगर की ऐशान्या से हुई थी. दोनों हनीमून मनाने कश्मीर गए थे, लेकिन इस खूबसूरत सफर का अंत एक भयानक त्रासदी में हुआ. आतंकियों ने नाम पूछकर सिर में गोली मारकर शुभम की हत्या कर दी. उनकी पत्नी, जो इस हादसे की चश्मदीद थीं, सदमे में हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह आतंकी हमला मंगलवार दोपहर 2:45 बजे पहलगाम की बैसारन घाटी में हुआ, जब पर्यटक वहां घुड़सवारी कर रहे थे. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली है. इस हमले में अब तक 27 पर्यटकों की मौत हो चुकी है और कई घायल हैं. सरकार और सुरक्षाबलों ने हालात पर काबू पाने के लिए इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
परिवार के 11 लोग गए थे घूमने
शुभम के परिवार की कहानी बेहद मार्मिक है. उनके पिता डॉ. संजय द्विवेदी कानपुर के एक प्रतिष्ठित सीमेंट डीलर हैं और मूल रूप से महाराजपुर के हाथीपुर गांव के निवासी हैं. परिवार के कुल 11 सदस्य कश्मीर यात्रा पर गए थे. शुभम और उनकी पत्नी पहलगाम चले गए थे, जबकि बाकी सदस्य अनंतनाग में रुके हुए थे. अचानक हुई इस वारदात ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है.
सिर में लगी गोली
शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि शुभम पहलगाम में घुड़सवारी कर रहे थे, तभी सेना की वर्दी में आए दो-तीन आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसाईं. एक गोली सीधे शुभम के सिर में लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी बेहोश होकर गिर पड़ीं. स्थानीय पुलिस और सेना की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन शुभम को बचाया नहीं जा सका.
परिजनों ने क्या बताया?
कानपुर स्थित शुभम के घर पर इस समय मातम पसरा हुआ है. रिश्तेदारों, पड़ोसियों और शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है. पूरे शहर में इस नृशंस हमले को लेकर आक्रोश और दुख का माहौल है. शुभम के भाई सौरभ द्विवेदी ने बताया कि घटना की जानकारी सबसे पहले ऐशान्या के माध्यम से मिली थी. यह हमला सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय पीड़ा बन चुका है.
हाई अलर्ट पर यूपी
हमले के बाद यूपी पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. राज्य के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे फोर्स के साथ लगातार गश्त करें और किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए.