कौन हैं संजय वर्मा, जिन्हें चुनाव आयोग ने बनाया महाराष्ट्र का नया डीजीपी?
केंद्रीय चुनाव आयोग ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय वर्मा को महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है. चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की ओर से शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर का आदेश दिया था.;
Maharashtra News: महाराष्ट्र में नए डीजीपी की नियुक्ति हो गई है. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय वर्मा को प्रदेश पुलिस का नया डीजीपी बनाया गया है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने उन्हें महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में कुछ दिनों बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं इससे पहले यह फैसला लिया गया है. चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की ओर से शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर का आदेश दिया था.
तीन नामों पर हुई चर्चा
डीजीपी रश्मि शुक्ला के हटाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से महाराष्ट्र कैडर के तीन वरिष्ठ आईपीएस के नाम मांगे थे. अन्य दो वरिष्ठ अधिकारी संजीव कुमार सिंघल और उनके बैचमेट रितेश कुमार शामिल थे. डीजीपी किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में सर्वोच्च रैंकिंग वाला आईपीएस अधिकारी होता है.
वह पुलिस बल के प्रशासन व प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है. राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने हाल ही में आरोप लगाया था कि शुक्ला ने नए सिरे से टेलीफोन टैपिंग के आदेश दिए थे. राज्य खुफिया विभाग के आयुक्त के रूप में उनकी पिछली भूमिका की आलोचना हुई थी, जिसके कारण उन्हें सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था।
कौन हैं संजय वर्मा?
IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं. वह महाराष्ट्र में वर्तमान कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत हैं. वह अप्रैल 2028 नें तक अपने जिम्मेदारी निभाएंगे और फिर रिटायरल होंगे.
रश्मि शुक्ला के खिलाफ शिकायत
हाल ही में रश्मि शुक्ला को लेकर काफी विवाद देखने को मिला. कांग्रेस के बाद शिवसेना के ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी. कांग्रेस ने रश्मि की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे. फिर चुनाव आयोग से उन्हें हटाने की मांग की थी. नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर शिंदे सरकार के लिए काम कर रहे हैं. रश्मि को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की खास अधिकारी के रूप में देखी जाती हैं. उन्होंने राज्य खुफिया विभाग की आयुक्त के रूप में कार्य किया.
पहले भी हुआ था ऐसा ही ट्रांसफर
महाराष्ट्र में चुनाव आयोग द्वारा इस तरह का यह पहला हस्तक्षेप नहीं है. इससे पहले 2009 में तत्कालीन डीजीपी एएन रॉय को चुनाव अवधि के दौरान पद से हटने के लिए कहा गया था, रॉय से जुड़े विवादों के कारण आईपीएस अधिकारी एस चक्रवर्ती को उस अवधि के लिए डीजीपी नियुक्त किया गया था.