सिंधु जल संधि से लेकर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते तक, विदेश मंत्री जयशंकर ने हर सवाल का दिया जवाब; पढ़ें बड़ी बातें
दिल्ली में होंडुरास के नए दूतावास के उद्घाटन के मौके पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत में हुए पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ होंडुरास की एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बातचीत अब केवल आतंकवाद पर ही होगी और सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी, जब तक सीमा पार आतंकवाद पूरी तरह बंद नहीं होता.;
S Jaishankar Speech on India-Honduras relations, Operation Sindoor: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर आज नई दिल्ली में होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले की निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता दिखाने के लिए होंडुरास का धन्यवाद दिया. जयशंकर ने कहा कि हम आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ होंडुरास के सार्वजनिक समर्थन और इसे सभ्य समाज के लिए पूरी तरह अस्वीकार्य मानने के रुख की सराहना करते हैं. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा और साफ कहा कि अब पाक से केवल पीओके पर ही बातचीत होगी.
जयशंकर ने कहा कि हमें कई देशों का समर्थन मिला है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी एक प्रस्ताव पारित कर दोषियों को सजा देने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी, जब तक पाकिस्तान से आतंकवादियों का खात्मा नहीं हो जाता.
विदेश मंत्री जयशंकर की बड़ी बातें
- विदेश मंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमें वैश्विक स्तर पर काफी समर्थन मिला. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें कहा गया कि दोषियों को सज़ा दी जाए... और 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए उन्हें सज़ा दी गई.
- पाकिस्तान से संबंधों पर जयशंकर ने स्पष्ट कहा कि हमारे पाकिस्तान के साथ सभी संबंध पूरी तरह द्विपक्षीय रहेंगे. यह वर्षों से राष्ट्रीय आम सहमति रही है. इसमें कोई बदलाव नहीं है. प्रधानमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि पाकिस्तान से बातचीत केवल आतंकवाद पर ही होगी.
- जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी ज़मीन पर मौजूद आतंकवादियों की सूची हमें सौंपनी है और आतंकी ढांचे को खत्म करना होगा. उन्हें पता है कि क्या करना है. हम उनसे सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने को तैयार हैं, और वही वार्ता संभव है.
- सिंधु जल संधि पर विदेश मंत्री ने कहा कि सिंधु जल संधि को निलंबित रखा गया है. यह तब तक निलंबित रहेगी जब तक पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से समाप्त नहीं किया जाता.
- जयशंकर ने कहा कि जहां तक कश्मीर की बात है, अब सिर्फ एक ही चीज बची है जिस पर चर्चा की जा सकती है- वह है पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में अवैध रूप से कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कराना. हम उस पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं.
- भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता जारी है. ये जटिल बातचीत हैं और जब तक हर पहलू पर सहमति नहीं बनती, तब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाता. व्यापार समझौता दोनों देशों के लिए लाभकारी होना चाहिए- यही हमारी अपेक्षा है. इसके पूर्ण होने से पहले कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी.
- भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम पर जयशंकर ने कहा कि यह स्पष्ट है कि संघर्ष विराम कौन चाहता था. हमने जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, आतंकी ढांचे को नष्ट करना, उन्हें हासिल कर लिया है.
- जयशंकर ने कहा कि जब हमने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी, तभी पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया था कि हम सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं कर रहे हैं, केवल आतंकियों पर निशाना साध रहे हैं... अगर वे हस्तक्षेप न करें तो बेहतर होगा... लेकिन उन्होंने यह सलाह नहीं मानी. 10 मई की सुबह जब उन्हें करारा जवाब मिला, तो सैटेलाइट तस्वीरों से साफ दिखता है कि हमने कितना नुकसान पहुंचाया और उन्होंने कितना कम. इससे साफ है कि संघर्ष विराम की मांग किस ओर से आई थी.
'भारत और होंडुरास के आर्थिक संबंध लगातार मजबूत हुए'
होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि हमारे क्षेत्र में आतंकवाद से लड़ते हुए हमें आपके समर्थन और एकजुटता की विशेष रूप से आवश्यकता है. उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन दशकों में भारत और होंडुरास के आर्थिक संबंध लगातार मजबूत हुए हैं. इन संबंधों की नींव व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग पर आधारित रही है.
भारत और होंडुरास के बीच द्विपक्षीय व्यापार $300 मिलियन से अधिक
- जयशंकर ने कहा कि वर्तमान में भारत और होंडुरास के बीच द्विपक्षीय व्यापार $300 मिलियन से अधिक है, जिसमें फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, ऑटोमोबाइल और मशीनरी जैसे उत्पाद शामिल हैं, जबकि हम होंडुरास से कॉफी, लकड़ी और चमड़ा आयात करते हैं. इस वाणिज्यिक विनिमय से कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, सूचना प्रौद्योगिकी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं दिखाई देती हैं.
- विदेश मंत्री ने कहा कि होंडुरास की रणनीतिक स्थिति, अनुकूल निवेश वातावरण और स्थायी समाधानों की मांग इसे एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं. नई दिल्ली में होंडुरास का दूतावास व्यापार को बढ़ावा देने, कारोबारियों को जोड़ने और संस्थागत सहयोग प्रदान करने में मदद करेगा.
हमें होंडुरास से लगातार समर्थन मिला
डॉ. जयशंकर ने ग्लोबल साउथ सहयोग पर भी प्रकाश डाला और कहा कि हम विकास अनुभवों के आदान-प्रदान की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं. हमने स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित किया है और अब हम एक अर्ली वॉर्निंग सिस्टम स्थापित कर रहे हैं जो होंडुरास की आपदा तैयारी को मजबूत करेगा. जयशंकर ने कहा कि वैश्विक मंच पर हमारी साझेदारी संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भी दिखी है. हमें विभिन्न बहुपक्षीय गतिविधियों में होंडुरास से लगातार समर्थन मिला है. होंडुरास में भारतीय प्रवासी भले ही छोटा है, लेकिन जीवंत है और स्थानीय अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है. यह मित्रता का जीवित पुल है.