राजा की हत्या के बाद राज ने संभाली थी पूरी लॉजिस्टिक्स, सोनम ने खुद चुनी मौत की तारीख; पुलिस पूछताछ में सच आया सामने
राजा की शादी सोनम से 11 मई को हुई, लेकिन दो दिन बाद ही उसने अपने प्रेमी राज को मैसेज भेजा—"इसे मार डाल." इस मैसेज से शुरू हुई एक सुनियोजित हत्या की साजिश, जिसमें फोटोशूट, खाई में धक्का, और खून से सनी शर्ट तक सबकुछ प्लान का हिस्सा था. फरारी में भी मददगारों का नेटवर्क सक्रिय रहा.;
राजा की हत्या कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं था. सोनम ने शादी के ठीक दो दिन बाद 13 मई को अपने प्रेमी राज कुशवाहा को एक निर्णायक मैसेज भेजा, "मैं थक गई हूं, इसे मार डाल, वर्ना मैं मर जाऊंगी." यह वाक्य एक भावनात्मक प्रेम-प्रेरित हत्या की नींव बना. राज ने ‘करता हूं’ जवाब देकर हत्या की दिशा में पहला कदम बढ़ा दिया. दिलचस्प यह है कि सोनम की शादी के तुरंत बाद ही यह तनाव फूट पड़ा. क्या यह शादी सामाजिक दबाव में हुई थी?
पुलिस पूछताछ के दौरान राज ने न सिर्फ़ अपनी भूमिका स्वीकारी बल्कि सोनम के असल चरित्र की परतें भी खोल दीं. उसने बताया कि सोनम के सख्त मिजाज की वजह से स्टाफ उससे डरता था, लेकिन वह खुद उसके प्रेम में पड़ गया. यही प्रेम बाद में हत्या की साजिश में बदल गया. राजा से रिश्ता तय होते ही सोनम की आंखों में गुस्से की चिंगारी साफ थी. वह यह रिश्ता नहीं चाहती थी, लेकिन निभाने का विकल्प उसने खून में खोजा. हत्या के बाद पूरी लॉजिस्टिक राज ने संभाली और उसकी फरारी में मदद की.
शादी में नहीं था राज
राज खुद सोनम की शादी में शामिल नहीं हुआ. पुलिस को दिए बयान में उसने कहा कि वह मामा की शादी के बहाने चला गया था, ताकि हत्या की योजना में समय मिल सके. सोनम ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसके भाई ने परंपरा का हवाला देकर जाने दिया. बाद में राज इंदौर में विशाल से मिला और शिलांग में हत्या को अंजाम देने की रणनीति बनाई गई. यह दर्शाता है कि इस हत्या के बीज शादी से पहले ही बोए जा चुके थे.
मंगलसूत्र छोड़ना थी बड़ी गलती
शादी के बाद कोई भी नई दुल्हन मंगलसूत्र और अंगूठी को अपने से अलग नहीं करती, लेकिन सोनम ने ये गहने होम स्टे के बैग में छोड़ दिए. जब पुलिस को यह बैग मिला, तो शक की सुई सोनम पर घूम गई. पूछताछ में उसने कबूला कि हत्या के बाद वह भागने की तैयारी में थी, लेकिन स्कूटर की डिक्की में बैग नहीं रख सकी. यह साबित करता है कि हत्या की प्लानिंग थी, और उसके लिए मानसिक व भावनात्मक तैयारी पहले से थी.
'एक्सीडेंट' प्लान फेल, फिर आई ब्लंट अटैक की बारी
शुरुआती प्लान राजा को धक्का देकर उसे खाई में गिरा देने का था. सोनम चाहती थी कि ये हत्या 'एक्सीडेंट' लगे. फोटोशूट के दौरान उसने विक्की और आकाश को इशारा भी किया, लेकिन जब उन्होंने साथ नहीं दिया, तो विशाल ने वार किया. राजा ने प्रतिरोध किया, फिर दूसरा हमला हुआ. जब तीनों उसे खाई में नहीं फेंक सके, तो खुद सोनम ने शव उठाकर नीचे फेंका. इस बीच उसकी शर्ट खून से सन गई, जिसे उसने शव के पास ही फेंक दिया.
हत्या के बाद की पूरी लॉजिस्टिक्स राज ने संभाली
हत्या के बाद सोनम की फरारी प्लान के तहत चली. वह इंदौर में राज के संपर्क में रही और यूपी में उसकी बहन के घर भी रुकी. इतना ही नहीं, वह वाराणसी, गाजीपुर और अन्य जगहों पर भी देखी गई. पुलिस को शक है कि इसमें एक नया चेहरा भी शामिल है, जो इस कहानी में अब तक सामने नहीं आया. यानी सोनम की यह साजिश प्रेम, दबाव और मददगारों के जाल का ऐसा खेल था, जिसमें हत्या एकमात्र विकल्प नहीं था पर उसने वही चुना.