जम्मू में 17 लोगों की रहस्मयी बीमारी से मौत पर अब भी सवाल! डॉक्टरों को नहीं मिले गंभीर रोग के लक्षण

Jammu News: जम्मू में दिसंबर से अब तक रहस्यमयी बीमारी से 17 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन किया गया है. करीब 370 लोगों को क्वारंटीन किया गया है और 700 बड्डल निवासी गांव के बंद हिस्से में रह रहे हैं. डॉक्टर ने कहा, हमारी तरफ से, वे सभी अब शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं और उनमें से किसी में भी रहस्मयी बीमारी का कोई लक्षण नहीं है.;

( Image Source:  canva )

Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर से 17 लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है. राजौरी शहर में पिछले कुछ महीनों में निवासी की मृत्यु हुई, जिनके मौत की वजह का पता नहीं चला है. विशेषज्ञों सहित एम्स दिल्ली के एक्सपर्ट्स पांच सदस्यीय टीम अस्पताल पहुंची. रविवार को टीम मरीजों के घर और रिश्तेदारों से बातचीत की. रहस्यमयी बीमारी का इलाज करा रहे 11 मरीजों से मुलाकात कर उनके बारे में जानकारी ली.

इंडियान एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों की टीम ने राजौरी शहर स्थित बड्डल गांव का दौरा किया. सभी 17 मृतक गांव के तीन परिवारों से थे. तीन बहनों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ और बेहोशी के लक्षण दिखने के बाद 23 जनवरी को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में वे ठीक हो गईं और उन्हें वापस राजौरी भेज दिया गया, जहां उनके माता-पिता को क्वारंटीन किया गया.

ये बीमारी बनी मौत का कारण?

रिपोर्ट में डॉक्टरों ने पाया कि एट्रोपिन इंजेक्शन, जिसका उपयोग ऐसे रसायनों से जुड़ी बीमारी के इलाज में किया जाता है, का रोगियों पर पॉजिटिव असर हुआ है. इसलिए अनुमान लगाया गया कि यह बीमारी ऑर्गनोफॉस्फेट के कारण हुई थी. जीएमसी राजौरी के एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि ठीक हो चुके लोगों के अलावा, क्वारंटीन किए गए लोग भी शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं.

उन्होंने कहा कि क्वारंटीन किए गए सभी लोग उन लोगों के करीबी संपर्क और परिवार के सदस्य थे जिनकी मृत्यु हो गई थी या जिनमें बीमारी के लक्षण थे. डॉक्टर ने कहा, हमारी तरफ से, वे सभी अब शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं और उनमें से किसी में भी रहस्मयी बीमारी का कोई लक्षण नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें अभी घर वापस भेजा जाना बाकी है और ऐसा तभी किया जाएगा जब प्रशासन इस मामले पर निर्णय ले लेगा.

370 लोगों को किया गया क्वारंटाइन

रिपोर्ट में बताया गया कि 370 लोगों को क्वारंटीन किया गया है और 700 बड्डल निवासी गांव के बंद हिस्से में रह रहे हैं. प्रशासन ने उनके मौजूदा राशन स्टोर को सील कर दिया है और लैब टेस्टिंग के लिए उनके सैंपल ले लिए हैं. साथ ही उन्हें नया राशन मुहैया कराया गया है. सूत्र ने बताया कि इन परिवारों को उनके मौजूदा राशन का इस्तेमाल तभी करने दिया जाएगा, जब उनके सैंपल की जांच ठीक होगी.

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