'कैंसर का इलाज असंभव है, यह केवल बुजुर्गों को होता है... ', जानें मिथकों पर क्या बोले एक्सपर्ट
आज विश्व कैंसर दिवस है. हर साल 4 फरवरी को कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाने और इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है. हालांकि, कई मिथकों की वजह से लोग सही इलाज नहीं करा पाते. जैसे- कैंसर केवल बुजुर्गों को होता है, इसका इलाज असंभव है आदि. आइए, ऐसे ही मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में आपको बताते हैं...

World Cancer Day 2025: हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर दिवस मनाया जाता है. यह दिन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए मनाया जाता है. यह दिन 2000 से हर साल मनाया जाता है. इसका नेतृत्व यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) करता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, साल 2022 में 2 करोड़ कैंसर के नए मामले सामने आने आए थे. इससे 9 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. कैंसर के बारे में कई मिथक और गलतफहमियां फैली हुई हैं, जो लोगों को सही जानकारी हासिल करने से रोकती हैं. आइए कुछ ऐसे ही मिथकों पर एक नजर डालते हैं
1- कैंसर संक्रामक बीमारी है
यह मिथक गलत है. कैंसर एक संक्रामक बीमारी नहीं है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है. हालांकि, कुछ कैंसर एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) और हेपेटाइटिस बी और सी वायरस के कारण हो सकते हैं, लेकिन यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से नहीं बल्कि असुरक्षित यौन संबंध या रक्त संक्रमण से फैलते हैं.
2- कैंसर केवल बुजुर्गों को होता है
कैंसर किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. बच्चों को भी कैंसर हो सकता है. इसलिए यह मिथक भी गलत है.
3- कैंसर का इलाज असंभव है
कैंसर का इलाज संभव है. अगर शुरुआती चरण में इसका पता चल जाए तो इसे रोका जा सकता है. समय पर स्क्रीनिंग, सही इलाज और जीवनशैली में बदलाव से कैंसर को रोका जा सकता है.
4- मोबाइल फोन से होता है कैंसर
अब तक इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले हैं कि मोबाइल फोन, माइक्रोवेव या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से कैंसर होता है. ये उपकरण गैर-आयनीकरण विकिरण उत्सर्जित करते हैं, जो डीएनए को नुकसान पहुंचाने या कैंसर पैदा नहीं कर सकते.
5- कैंसर का इलाज करने से दर्द होता है
यह मिथक भी गलत है. कैंसर के इलाज में कुछ दर्द हो सकता है, लेकिन अधिकांश इलाजों में दर्द को नियंत्रित करने के लिए दवाएं और अन्य उपचार उपलब्ध हैं.
6- कैंसर के इलाज से ज्यादा नुकसान होता है
कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और अन्य कैंसर उपचार के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, लेकिन इन्हें कम करने के लिए लगातार एक्सपर्ट काम कर रहे हैं. यदि सही समय पर इलाज किया जाए, तो मरीज की जिंदगी बचाई जा सकती है.
7- कैंसर को नहीं रोका जा सकता
कैंसर को पूरी तरह से नहीं रोका जा सकता, लेकिन धूम्रपान न करना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, शराब से परहेज करना, प्रदूषण से बचाव और नियमित स्वास्थ्य जांच कराने से कैंसर होने की संभावना काफी कम हो जाता है.
8- कैंसर का इलाज बहुत महंगा है
केंद्र सरकार और कई गैर-सरकारी संगठन (NGO) कैंसर के इलाज के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं. आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष और अन्य हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम कैंसर मरीजों की मदद करते हैं.
9- कैंसर का कारण जेनेटिक होता है
यह मिथक आंशिक रूप से गलत है. कुछ प्रकार के कैंसर में जेनेटिक कारक शामिल हो सकते हैं, लेकिन अधिकांश कैंसर के मामलों में जेनेटिक कारकों की भूमिका नहीं होती.
कुल मिलाकर कैंसर के बारे में गलतफहमियां और मिथक लोगों को सही जानकारी से दूर करते हैं. ऐसे में जागरूकता और वैज्ञानिक तथ्यों को समझकर ही हम इस बीमारी से बचाव कर सकते हैं। विश्व कैंसर दिवस का मुख्य उद्देश्य इन्हीं मिथकों को दूर करके सही जानकारी को बढ़ावा देना है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस गंभीर बीमारी से बच सके.