पाक ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन! 10 मिनट की गोलाबारी में पाकिस्तान की बोलती बंद, सोशल में मचा हल्ला
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में मंगलवार को एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई है. एलओसी पर बिना किसी उकसावे के सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तानी सेना ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जो करीब 10 से 15 मिनट तक चली.;
बुधवार शाम को सोशल मीडिया में हल्ला मचा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में मंगलवार को एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई है. एलओसी पर बिना किसी उकसावे के सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तानी सेना ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जो करीब 10 से 15 मिनट तक चली. हालांकि इस खबर की पुष्टि स्टेट मिरर हिंदी नहीं करता है यह सोशल मीडिया में वायरल हो रहे ट्वीट के मुताबिक है.
घटना ऐसे दिन हुई जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की वर्षगांठ थी, जिससे यह साफ संकेत मिलते हैं कि यह फायरिंग एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है. भारतीय सेना ने तुरंत मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद गोलीबारी रुक गई. हालांकि, पूरे एलओसी क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
वहीं भारतीय सेना के मुताबिक, कुछ मीडिया और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स में पुंछ क्षेत्र में संघर्षविराम उल्लंघन की बातें कही गई हैं. इस पर भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर किसी भी तरह का संघर्षविराम उल्लंघन नहीं हुआ है.
अचानक शुरू हुई फायरिंग, सेना ने दिया करारा जवाब
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से छोटे हथियारों से फायरिंग की गई. यह फायरिंग बिना किसी उकसावे के शुरू हुई, जिसका भारतीय सेना ने तुरंत और प्रभावी जवाब दिया. जवाबी कार्रवाई के बाद फिलहाल सीमा पर शांति है, लेकिन स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.
घुसपैठ की साजिश का संदेह, फायरिंग बनी आड़
इस सीजफायर उल्लंघन के पीछे पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश की बू आ रही है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि यह गोलीबारी आतंकियों की घुसपैठ को कवर देने के लिए की गई हो सकती है. एलओसी पर हाई अलर्ट इसी वजह से जारी किया गया है ताकि किसी भी कोशिश को समय रहते रोका जा सके.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली घटना
गौरतलब है कि यह सीजफायर उल्लंघन मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला बड़ा मामला है. खास बात यह भी है कि यह घटना अनुच्छेद 370 हटाने की वर्षगांठ पर हुई है, जो पाकिस्तान की मंशा पर कई सवाल खड़े करती है. घटना के बाद सेना और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं. किसी भी तरह की गतिविधि को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. एलओसी के आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और हर संदिग्ध हलचल पर कड़ी नजर रखी जा रही है.