'किसी मुसलमान या कश्मीरी को...', पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी की भावुक अपील
पहलगाम आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने लोगों से भावुक अपील करते हुए कहा कि किसी भी मुस्लिम या कश्मीरी समुदाय को निशाना न बनाया जाए. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ जाएं. हम शांति चाहते हैं और सिर्फ़ शांति. विनय नरवाल की हाल ही में शादी हुई थी और वे अपनी पत्नी हिमांशी के साथ कश्मीर हनीमून पर गए थे. इसी दौरान 22 अप्रैल को आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी.;
Lieutenant Vinay Narwal widow Himanshi Narwal emotional appeal : पहलगाम आतंकी हमले में शहीद नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने उनके 27वें जन्मदिन पर भावुक अपील की है. उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के बाद किसी भी मुस्लिम या कश्मीरी समुदाय को निशाना न बनाया जाए. हिमांशी ने कहा, मैं चाहती हूं कि पूरा देश उनके लिए प्रार्थना करे कि वह जहां भी रहें, स्वस्थ और खुश रहें."
हिमांशी ने कहा कि हम नहीं चाहते कि लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ जाएं. हम शांति चाहते हैं और सिर्फ़ शांति. बेशक, हम न्याय चाहते हैं.
विनय नरवाल की 27वीं जयंती के अवसर पर हरियाणा के करनाल में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इस दौरान नौसेना अधिकारी को श्रद्धांजलि दिए जाने के दौरान उनकी मां और पत्नी हिमांशी रो पड़ीं. करनाल से बीजेपी विधायक जगमोहन आनंद समेत कई लोग इस मौके पर मौजूद रहे.
16 अप्रैल को हुई थी विनय और हिमांशी की शादी
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी ने 16 अप्रैल को शादी की थी. यूरोप में हनीमून की योजना थी, लेकिन वीज़ा में देरी के कारण उन्होंने कश्मीर के बैसरन घाटी का रुख किया. 22 अप्रैल को, जब दोनों पहलगाम में एक रेस्टोरेंट में दोपहर का भोजन कर रहे थे, आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया. विनय को सिर में गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हिमांशी घायल हो गईं.
''उसने पूछा कि क्या वह मुसलमान हैं''
वायरल हुए एक वीडियो में घटनास्थल से हिमांशी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मैं भेल पुरी खा रही थी. मेरे पति मेरे साथ थे. एक व्यक्ति आया और उसने पूछा कि क्या वह मुसलमान हैं. जब उन्होंने इनकार किया तो उस व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी."
"कृपया किसी को दोषी न ठहराएं"
हिमांशी ने कहा, "मैं प्रार्थना करती हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले... हम उन्हें हर तरीके से गर्वित करेंगे. यह उनके कारण है कि दुनिया अभी भी जीवित है. हमें उन पर हर तरीके से गर्व होना चाहिए."
राष्ट्रव्यापी शोक और श्रद्धांजलि
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया गया, जहां उन्हें पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. उनकी पत्नी हिमांशी ने तिरंगे में लिपटे ताबूत को गले लगाकर और 'जय हिंद' कहकर उन्हें अंतिम सलामी दी. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और राज्य भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
आतंकवादियों की पहचान और सरकार की प्रतिक्रिया
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें पर्यटक और एक खुफिया ब्यूरो अधिकारी शामिल हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में शामिल संदिग्ध आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं, जो पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताए जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया है.
एकजुटता और सहानुभूति की आवश्यकता
हिमांशी की अपील हमें याद दिलाती है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. इस दुखद घटना के बाद, हमें एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े होना चाहिए और किसी भी समुदाय को दोषी ठहराने से बचना चाहिए.