ऑपरेशन सिंदूर ने निकाली पाकिस्तान की हवा, 5 लड़ाकू और 1 जासूसी विमान गिराए; वायुसेना प्रमुख ने और क्या किया खुलासा?

भारतीय वायुसेना प्रमुख ए.पी. सिंह ने पहली बार सार्वजनिक रूप से बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमानों और एक हाई-टेक AEW&C/ELINT निगरानी विमान को ध्वस्त किया. मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय पर हमले की ‘पहले और बाद’ की तस्वीरें भी साझा कीं, जिससे ऑपरेशन की सफलता के पुख्ता सबूत सामने आए.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  नवनीत कुमार
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भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने शनिवार को एक चौंकाने वाला खुलासा किया. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के एयर डिफेंस सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों और एक AEW&C/ELINT विमान को ध्वस्त कर दिया. यह खास तरह का विमान दुश्मन के हवाई हमलों की पहले से चेतावनी देता है और निगरानी मिशनों में अहम भूमिका निभाता है. इसका गिरना पाकिस्तानी वायुसेना की क्षमताओं के लिए सीधा और बड़ा आघात है.

बेंगलुरु में आयोजित एयर चीफ मार्शल एल.एम. काटरे लेक्चर के दौरान ए.पी. सिंह ने यह बयान दिया. यह पहला अवसर था जब किसी शीर्ष सैन्य अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को हुए हवाई नुकसान का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि अब तक इस ऑपरेशन की डिटेल सिर्फ उच्चतम सुरक्षा हलकों में सीमित थी, लेकिन अब इसे जनता और रणनीतिक समुदाय के सामने लाना जरूरी है.

पाहलगाम हमले के बाद की रणनीतिक तैयारी

एयर चीफ ने बताया कि 7 मई की भारतीय जवाबी कार्रवाई के लिए टारगेट सिलेक्शन पाहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद शुरू हो गया था. खुफिया एजेंसियों ने ग्राउंड और टेक्निकल इंटेलिजेंस दोनों का इस्तेमाल करके इमारतों और ठिकानों की पहचान की. इसमें खास ध्यान रखा गया कि दुश्मन के कमांड हब, लॉजिस्टिक सपोर्ट और हथियार स्टोरेज पॉइंट एक साथ निशाने पर आएं.

सटीक वार का सबूत सैटेलाइट से

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने उच्च-रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी के जरिए हमले के प्रभाव का आकलन किया. तस्वीरों से साफ हुआ कि पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों और लश्कर-ए-तैयबा के स्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ. इन इमेजेज का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सबूत के तौर पर भी किया जा सकता है.

लश्कर मुख्यालय पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई

एयर चीफ ने मुरिदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय पर हमले की ‘पहले और बाद’ की तस्वीरें साझा कीं. यह इलाका लश्कर की टॉप लीडरशिप का आवासीय और मीटिंग हब था. यहां से ऑपरेशन रूम चलाए जाते थे. ए.पी. सिंह ने कहा कि हमले के समय हथियारों से खुद वीडियो रिकॉर्ड करना संभव हुआ क्योंकि टारगेट रेंज के भीतर था, जिससे सबूत तुरंत मिल गए.

पाकिस्तान को रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक चोट

इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को न केवल सैन्य रूप से कमजोर किया, बल्कि मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी बड़ा संदेश दिया. पांच लड़ाकू विमान और एक हाई-टेक निगरानी विमान का खोना किसी भी वायुसेना के लिए बड़ा झटका होता है. भारत ने यह साबित कर दिया कि वह आतंकवाद और सीमा-पार हमलों का जवाब सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि सटीक और घातक कार्रवाई से देगा.

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