Operation Sindoor Side Effect: भारत से फौजी लड़ाई में ‘फेल’ पाकिस्तान की ‘साइबर-नजर’ इन जगहों पर होगी! Inside Story
वरिष्ठ भू-राजनीति, सुरक्षा और रणनीति विशेषज्ञ सुधाकर जी के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर की जबरदस्त कामयाबी और उसके बाद पाकिस्तान के उकसाने पर, भारत द्वारा पाकिस्तानी शहरों में मचाई गई तबाही से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. ऐसे में भारत को घर के भीतर बहुत सतर्क रहना चाहिए.;
पहलगाम के खूनी कांड का अंजाम धूर्त पाकिस्तान को भारतीय फौज के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) ने भुगतवा दिया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब भारत ने अपनी टूटी हुई रीढ़ और गर्दन को जब भारत के सैन्य संस्थानों की ओर उठाकर देखने की जुर्रत की. तो भारत के जवाब से पाकिस्तान में भगदड़ मच गई. पाकिस्तान का प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हो या फिर सेना प्रमुख जेहादी जनरल आसिम मुनीर. भारत के जवाब से दोनों ही ‘हलकान’ हुए पड़े हैं.
ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि बौखलाया पाकिस्तान क्या, इन बदतर हालातों में भारत से आंख मिला पाएगा? इस सवाल के जवाब के लिए स्टेट मिरर हिंदी के एडिटर (क्राइम-इनवेस्टीगेशन) ने एक्सक्लूसिव बात की, भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी (Retired Major General Sudhakar Jee) से. उन्होंने जो कहा वह भारत को सतर्क करने के लिए काफी है.
भारत के थप्पड़ से पाकिस्तान का नशा फुर्र
सुधाकर जी के मुताबिक, “पाकिस्तान की औकात कभी भारत से भिड़ कर जीतने की थी ही नहीं. यह तो प्रधानमंत्री मोदी सरकार से पहले की सरकारों की कमजोर इच्छा-शक्ति का लाभ पाकिस्तान ले रहा था. अब पाकिस्तान के मुंह पर थप्पड़ मारने वाली (ऑपरेशन सिंदूर के जरिए) हिंदुस्तानी हुकूमत से पाला पड़ा, तो उसे (पाकिस्तान) दाल आटे का भाव मालूम पड़ गया. जहां तक मेरा अनुमान है ऑपरेशन सिंदूर से लेकर और फिर उसके बाद (7 मई 2025 का दिन और 8 मई), भारतीय फौजों ने पाकिस्तान का जैसे नशा उतारा है. मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान की अब इतनी कुव्वत बाकी रही होगी कि, वह भारत से सीधे हथियारों के बलबूते लड़ने की सोचेगा.”
पाकिस्तान के निशाने पर मुंबई क्यों होगा?
इस वक्त ग्रीस में मौजूद भारतीय थलसेना के पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी ने कहा, ‘बेशक पाकिस्तान हथियारों की लड़ाई लड़ने की कल्पना न कर सके. चूंकि वह मक्कार है इसलिए अब भारत को अन्य रास्तों से नुकसान पहुंचाने की हर कोशिश करेगा. इसमें सबसे पहला कदम पाकिस्तान उठायेगा भारत को आर्थिक चपत लगाने का. इसलिए लिए वह सबसे पहले भारत की औद्योगिक नगरी मुंबई को चुन सकता है. संभव है कि मुंबई पर साइबर अटैक करवा कर, पाकिस्तान उस पर आमने सामने की लड़ाई लड़े बिना कब्जा करने का प्लान बना रहा हो. अगर पाकिस्तान ऐसा कर पाने में गलती से भी सफल हुआ तो एक अनुमान के मुताबिक, मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सहित वहां मौजूद अन्य औद्योगिक इकाइयों को धूर्त पाकिस्तान एक घंटे में 10 हजार विलियन का नुकसान पहुंचा सकता है.’
एम्स भी संभावित साइबर अटैक की जद में
पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी कहते हैं कि, “पाकिस्तानी फौज समझ चुकी है कि भारत से हथियारों की लड़ाई में अकाल मौत के सिवाए और कुछ हासिल नहीं होगा. इसलिए पाकिस्तान और उसकी बिकाऊ मिलिट्री, मक्कार खुफिया एजेंसी आईएसआई, हिंदुस्तान के नई दिल्ली में स्थित एम्स (AIIMS New Delhi) जैसे बड़े हॉस्पिटल भी हो सकते हैं.” इस लड़ाई में भारत के नई दिल्ली में मौजूद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे मशहूर अस्पतालों से भला पाकिस्तान का क्यों कोई सरोकार हो सकता है?
स्टेट मिरर के सवाल के जवाब में भारत की थलसेना के रिटायर्ड मेजर जनरल बोले, “एम्स या उसके जैसे देश के किसी भी बड़े अस्पताल पर साइबर हमला करके उसे (पाकिस्तान को) भारत के बड़े पॉलिटिशियंस का ब्लड ग्रुप से लेकर तमाम निजी डाटा हासिल हो जाएगा. साइबर अटैक करने में कामयाबी मिलने का मतलब तकनीकी रूप से एम्स या उसके जैसे किसी भी अस्पताल की तकनीकी कमांड पाकिस्तान के हाथ में. जोकि भारत के लिए बेहद घातक साबित होगी.”
भारतीय सैन्य अड्डों तक पहुंचना न-मुमकिन
पूर्व मेजर जनरल सुधाकर जी आगे बताते हैं कि, “पाकिस्तान ऐसा नहीं है कि भारत पर साइबर हमले पहले नहीं करवाता था. लेकिन ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान के लिए अब तो इज्जत बचाने के लिए साइबर हमलों से बेहतर और सुगम कोई दूसरा रास्ता ही नहीं है. भारतीय सैन्य संस्थानों तक उसकी पहुंचने की न कभी औकात थी. न आइंदा उसकी औकात होगी. ऐसे में पीठ पीछे से वार करने के लिए उसके पास भारत के प्रमुख शहरों-संस्थानों पर साइबर हमले कराने के सिवाय दूसरा कोई सुरक्षित रास्ता भी तो नहीं है.”
साइबर हमले में यह जगहें होंगी निशाने पर
वरिष्ठ भू-राजनीति, सुरक्षा और रणनीति विशेषज्ञ सुधाकर जी (Maj Gen Sudhakar Jee, VSM Retd Sr Geopolitics, Strategy and Security Expert) के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर की जबरदस्त कामयाबी और उसके बाद पाकिस्तान के उकसाने पर, भारत द्वारा पाकिस्तानी शहरों में मचाई गई तबाही से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. ऐसे में भारत को घर के भीतर बहुत सतर्क रहना चाहिए. यह मैं 40 साल भारतीय फौज की चीन, पाकिस्तान और उत्तर भारत के राज्यों की सीमाओं पर सेवा करने के निजी अनुभव से कह रहा हूं. अब पाकिस्तान भारतीय रेलवे, भारत की बड़ी गैस पाइप लाइनों, बड़े बिजली घरों, उन जल-बाधों को जहां के पानी से भारत बिजली का उत्पादन करता है, स्वास्थ्य सेवाओं को साइबर हमलों की जद में लेकर, उन्हें नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश कर सकता है. ताकि जब भारत में यातायात, रेल, गैस पाइप लाइन, विद्युत उत्पादन केंद्र, हाईवे अस्त-व्यस्त हो जाएंगे तो, इससे भारत को आर्थिक नुकसान तो होगा ही. साथ ही साथ पाकिस्तान से युद्ध के हालातों में भारतीय फौजों का ‘मूवमेंट’ भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है.’